प्राइस वो है जो आप चुकाते हैं व् वैल्यू वो है जो उसके बदले आप पाते हैं
जो दिखता है वही बिकता है !ये थीं बाजार से सम्बंधित कुछ बात ,आइये अब करते हैं दिवाली बिज़नेस की बात !
इस साल दिवाली पर बाजारों में पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले सेल्स ग्राफ उप रहा और बिज़नेस 29 - 30 हजार करोड़ को टच क़र 15 % इज़ाफ़े में गया। । बेशक ऑनलाइन बाजार ने नियमित बाजार को नुक्सान पहुँचाया
जानकारों के अनुसार बार दिवाली पर बाज़ारों की रंगत अच्छी रही । आंकड़ों की बात करें पुछली दिवाली पर बिज़्नेस सिर्फ 25 हज़ार करोड़ था आ है।
जो 15 % की जम्प के साथ 30 हज़ार करोड़ पंहुचा
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दिवाली पर सबसे ज्यादा बिक्री इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली का सामान, सजावटी सामान, गिफ्ट आइटम्स, ड्राई फ्रूट, बिस्किट्स, रेडीमेड गारमेंट्स, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर के सामान, पेंट, हार्डवेयर, खाद्यान की वस्तुएं, मिठाई एवं नमकीन, केक चॉकलेट, किचन का सामानों की हुई है।वैसे इन्ही आइटम्स की बिक्री ,ज्यादातर दिवाली पर होती है अर्थव्यवस्था के जानकारों के अनुसार नवरात्री + दशहरा +दीवाली, बाजार के हर आइटम के लिए उछाल लाता है यहाँ तक की बत्ती (रुई से बनी )के लिए लाखों का बिज़नेस लाता हैं, व्यापार ,बाजार के लिए ये साल का सबसे अच्छा समय होता है
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