मीरपुर (ढाका), 6 मार्च (वीएनआई)। भारत को एशिया कप खिताब रिकार्ड छठी बार अपने नाम करने के लिए 121 रनों की दरकार है। भारत को 8 रन प्रति ओवर की दरकार है।
यह टूर्नामेंट पहली बार टी-20 फॉरमेट में खेला जा रहा है। पांच बार के चैम्पियन भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए बारिश के कारण 15 ओवरों तक सीमित किए गए मैच में मेजबान टीम को 15 ओवरों में पांच विकेट पर 120 रनों पर सीमित कर दिया।
दूसरी बार फाइनल में पहुंची बांग्लादेश टीम के लिए महमुदुल्लाह रियाज ने सबसे अधिक 33 रनों का योगदान दिया जबकि शब्बीर रहमान ने नाबाद 32 रन बनाए। इन दोनों ने 20 गेंदों पर 45 रन जोड़े। मेजबान टीम ने अंतिम पांच ओवरों में 52 रन बनाए।मेजबान टीम की शुरुआत अच्छी रही। तमीम इकबाल (13) और सौम्य सरकार (14) ने आक्रामक अंदाज में शुरुआत की और 4 ओवरों में 27 रन जोड़े। दोनों ने आशीष नेहरा द्वारा फेंके गए पारी के चौथे ओवर में तीन चौके लगाी लेकिन अंतिम गेंद पर नेहरा ने सरकार को हार्दिक पंड्या के हाथों कैच करा दिया।
सौम्य ने 9 गेंदों पर तीन चौके लगाए। तमीम भी सौम्य के बराबर खतरनाक दिख रहे थे लेकिन जसप्रीत बुमराह ने 30 के कुल योग पर उन्हें पगबाधा आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। तमीम ने 17 गेंदों पर दो चौके लगाए। इसके बाद शाकिब अल हसन (21) ने खुलकर हाथ दिखाए और 16 गेंदों पर तीन चौके लगाए। शाकिब और शब्बीर तीसरे विकेट के लिए 34 रन जोड़े। शाकिब का स्थान लेने आए मुशफिकुर रहीम (4) और कप्तान मशरफे मुर्तजा (0) को भारत ने अधिक देर नहीं टिकने दिया। मुशफिकुर को कोहली ने रन आउट किया जबकि मुर्तजा को रवींद्र जडेजा ने कोहली के हाथों कैच कराया। इसके बाद बांग्लादेश के लिए कुछ अच्छा होना था और शायद इसी लिए महमुदुल्लाह विेकट पर आए। आते ही इस खिलाड़ी ने जोरदार शॉट्स लगाए। महमुदुल्लाह की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने भारत को बैकफुट पर ला दिया।
महमुदुल्लाह की वजह से ही बांग्लादेश 100 और फिर 120 रनों का मजबूत स्कोर हासिल कर सका। एक समय उसके 100 तक भी पहुंचने के आसार नहं दिख रहे थे। महमुदुल्लाह ने 13 गेदों पर दो चौके और दो छक्के लगाए जबकि शब्बीर ने 29 गेंदों पर दो चौके जड़े। भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन और बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए अपने तीन ओवर के कोटे में क्रमश: 14 और 13 रन दिए तथा एक-एक सफलता हासिल की। रवींद्र जडेजा और अशीष नेहरा को भी एक-एक विकेट मिला।