कानपुर,२० नवंबर (वी एन आई)कानपुर जिले के पुखरायां में आज तडके इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस हादसे में 153 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। वहीं ३०० के घायल होने की भी खबर है। इंदौर-पटना एक्सप्रेस के चौदह डिब्बे पटरी से उतर गए। भारतीय रेलवे के पीआरओ अनिल सक्सेना के अनुसार अबतक 97 मौतों की पुष्टि हो चुकी है जबकि 91 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य लगभग पूरा हो चुका है, दुर्घटना स्थल पर अब कोई यात्री नहीं है। हादसा आजसुबह 3 बजकर 10 मिनट पर हुआ। ट्रेन इंदौर से पटना की ओर जा रही थी।
सुबह करीब 3.15 बजे इंदौर-पटना एक्सप्रेस जब पुखरायां स्टेशन से कानपुर के लिए निकली ही थी, कि उसी वक्त ट्रेन के चौदह डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे के बाद से बचाव कार्य लगातार जारी है। सूत्रो के अनुसार लोग अभी भी डिब्बों के भीतर फंसे हुए हैं। गैस कटर की मदद से डिब्बों को काटकर फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिशें लगातार की जा रही हैं
रेल मंत्री सुरेश प्रभु घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। वहीं अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। रेल मंत्री ने कहा कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। घायलों का हालचाल जानने हैलट अस्पताल पहुंचे रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, "पुखरायां हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। रेलवे राज्य सरकार के साथ मिलकर राहत पहुंचाने की कोशिश कर रही है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, डीजी (स्वास्थ्य सेवाएं) मौके पर पहुंच गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। हमारी कोशिश है कि पीड़ितों को जल्द से जल्द बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।"राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस भयानक रेल दुर्घटना पर गहरा अफसोस जताया है.
बचाव और राहत दल ने गैस कटर का यूज कम कर दिया है। बताया जा रहा है कि अंधेरा होने की वजह से गैस कटर का यूज कम किया जा रहा है। सूत्रो के अनुसार B3 कोच में अभी भी 20 से 30 लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ और प्रशासन की टीम उन लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रही है।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ्भी घटनास्थल पर ्पहुंच गये है उन्होने कहा कि ह मारी पहली प्राथमिकता है कि लोगों को जल्द से जल्द राहत दिलाएं, उनका अच्छे से अच्छा इलाज हो सके, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि किन परिस्थितियों में हुई दुर्घटना उसकी जांच होगी
रेल हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने भी दुख जताया है. उन्होने कहाकि डिब्बो मे फंसे लोगो की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है.वाराणसी से दो एनडीआरएफ की टीम और एक लखनऊ से घटनास्थल पर पहुंची। राज्य की बसों के द्वारा घायलों को अस्पताल ले जाया गया, वहीं मृतकों को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया गया है। डॉक्टर्स और पैरामेडिकल की टीमें भी घटनास्थल पर राहत कार्य के लिए पहुंची हैं.
प्रभु के अतिरिक्त मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पीड़ितों से मिलने कानपुर पहुंचे। इससे पूर्व रेलराज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने घटनास्थल पर पहुंचकर रेलवे के अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फोन पर बात की और पीडितों की मदद करने का आग्रह किया, और मुख्यमंत्री ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रेल दुर्घटना में यात्रियों के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये तथा मामूली रूप से घायलों के लिए 25-25 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। यह सहायता रेल विभाग द्वारा दी जाने वाली सहायता के अतिरिक्त होगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, "इस दुर्घटना में रेलगाड़ी की एस1 और एस 2 बोगी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। जिस समय दुर्घटना हुई, बिल्कुल अंधेरा था और चीख-पुकार के अलावा कुछ सुनाई नहीं दे रहा था। दिन निकलने और लगभग डेढ़ घंटे बाद रेलवे, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचने शुरू हुए। उसके बाद यात्रियों को मदद मिलनी शुरू हुई।"
यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। हालांकि, ये नंबर ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। झांसी का हेल्पलाइन नंबर 0510-1072 है, जबकि उरई का हेल्पलाइन नंबर 0516-21072 है। कानपुर का हेल्पलाइन नंबर 0512-1072 है। इसके अतिरिक्त पुखरायां का हेल्पलाइन नंबर 05113-270239 है। कानपुर देहात जिला प्रशासन का हेल्पलाइन नंबर 0511-271050 है। वी एन आई