किसी बड़े अंतरिक्ष यान जैसा दिखता है 'एप्पल' का नया कैंपस, मायावी दुनिया सा लगने वाले इस ऑफिस को बनाने मे खर्चा आया है 3 खरब 22 अरब 29 करोड़ 25 लाख रूपये !!

By Shobhna Jain | Posted on 20th May 2017 | देश
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न्यूयोर्क,20 मई (वी एन आई) एप्पल का नया कैंपस बनकर तैयार है। जरा सोचिये ! किसी अंतरिक्ष यान की तरह दिखने वाले इस कैंपस को बनाने में कितना खर्चा आया होगा . करीब 5 बिलियन डॉलर यानि 3 खरब 22 अरब 29 करोड़ 25 लाख रूपये !। सुविधाएं और इस की खासियतें आपको पता लग जायेगा की ये कितनी आश्चर्यजनक रचना है। यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है और रूफटॉप सोलर पैनलों जैसे ऊर्जा की बचत करने वाले उपकरणों से लैस है। अंगूठी के आकर की यह पूरी बिल्डिंग अंदर और बाहर दोनों ओर से पेड़ों से घिरी है। "अलग सोचें", एप्पल हमेशा अपने हर एक नए प्रोडक्ट के साथ इस बात को साबित करती आयी है। इस बार उन्होंने अपने नए कैंपस को बनाकर इस बात को साबित किया है। यह एक ऐसा कैंपस है जिसके आपने इससे पहले न देखा होगा और न ही कल्पना की होगी। यह इतना खूबसूरत और आलिशान है कि इसे देखकर हर किसी का इसे देखना और यहां नौकरी करना एक सपना बन जाये। यह कैंपस स्टीव जॉब्स की सबसे महत्वकांक्षी परियोजना थी, कह सकते हैं यह उनका सबसे बड़ा सपना था लेकिन अब हकीकत में बदल चुका है। यह एप्पल कैंपस या एप्पल पार्क एक बड़े और अनंत घेरे के रूप में यूनाइटेड स्टेट्स के कैलिफोर्निया राज्य के क्यूपर्टिनो में बनाया गया है। इसी में अब जल्द ही एप्पल के हेडक्वाटर को स्थानांतरित किया जायेगा। पत्रकार स्टीवन लेवी ने इस अनोखे कैंपस का सफर किया और कुछ तस्वीरें खींची जिसे देखकर आप आश्चर्य में पड़ जायेंगे। यह कैंपस आपको स्टीव की कल्पनाशीलता का एक अद्भुत नमूना दिखायेगा। अक्टूबर 2011 में एप्पल के इस संस्थापक का देहांत हुआ था लेकिन उससे कुछ महीने पहले जून 2011 को स्टीव जॉब्स ने क्यूपर्टिनो काउंसिल को इस कैंपस का प्रेजेंटेशन दिया था और तब इसे मृत्यु के समीप पहुंचते अपने जीवन की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक बताया था। इसीलिए वे इस बिल्डिंग की एक छोटी से छोटी बात के लिए घंटों तक आर्किटेक्ट के साथ समय बिताया करते थे। इस एप्पल कैंपस का चार मंजिला रेस्टोरेंट पूरी तरह से कांच से बना हुआ है जिससे आप बाहर के अच्छे मौसम को महसूस कर सकें। यहां सिर्फ एक ही रेस्टोरेंट है और वो इसलिए ताकि कर्मचारी एक दूसरे से लगातार मिल सकें। इतना ही नहीं कर्मचारियों के लिए 100,000 वर्ग फुट में फैला एक फिटनेस सेंटर भी है, जिसकी दो मंजिलों पर योग करने के लिए भी कमरे बनाये है। बात यहीं ख़त्म नहीं होती यहां पर एक पिज़्ज़ा बॉक्स भी लगाया गया है जिसमे ऐसी तकनीक का प्रयोग हुआ है जो इन पिज़्ज़ा को हमेशा ताजा बनाये रखती है। इसके सबसे बड़े आश्चर्य में से एक यह है कि इस कैंपस में साल के 9 महीनों में किसी भी प्रकार के एयर कंडीशनिंग या हीटिंग की आवश्यकता नहीं पड़ती है। यह बात इसे दुनिया की स्वाभाविक रूप से सबसे बड़ी हवादार इमारतों में से एक बनाती है। ब्रीथिंग बिल्डिंग की अवधारणा का प्रयोग करते हुए, हवा का प्रवाह ऊपर से नीचे की और रखा गया है और किसी चिमनी की तरह गर्म हवाओं को बाहर निकाल दिया जाता है। अगर आप सोच रहे हैं कि बात यहीं खत्म हो गयी है तो नहीं, अभी और भी बातें बाकी हैं। इस पूरी बिल्डिंग को भूकम्परोधी बनाया गया है और इसमें स्टील आधारित आइसोलेटर्स भी हैं जो किसी भी दिशा में पूरी की पूरी ईमारत को साढ़े चार फ़ीट तक स्थापित करने में सक्षम हैं। यानि कि भूकंप के आने के बाद भी इस ईमारत के फंक्शन काम करना बंद नहीं करेंगे। रिपोर्ट बताती हैं कि एप्पल के डिजाइन प्रमुख, जॉनी इवे, ने नए आईफोन की तुलना में इस कैंपस को लेकर वास्तव में अपना समय और शक्ति ज्यादा खर्ची है। यह बिल्डिंग दुनिया में आने वाले बदलावों का एक अनूठा नमूना है।

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