बालेश्वर, 26 दिसंबर (वीएनआई)भारत को आज एक बड़ी सफलता मिली जबकि स्वदेश मे निर्मित लगभग 6000 किलोमीटर मारक क्षमता वाली भारत की अंतरमहाद्वीपीय और परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि-5' का ओडि़शा के तट से सफल प्रायोगिक परीक्षण किया गया. डीआरडीओ सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) सूत्रों ने रविवार को बताया कि अग्नि-5 मिसाइल के चतुर्थ परीक्षण का रेंज समन्वय अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है. वहीं आज इसका सफल परीक्षण किया गया. इस परीक्षण के बाद चीन भी भारत की जद में आ गया है. भारत ने इसे 'शांति अस्त्र'का नाम दिया है.सूत्रो के अनुसार कुछ और परीक्षणो के बाद इसे भारत के सैन्य बेड़े मे शामिल किया जा सकता है.
सूत्रों ने बताया कि तीन चरणों वाले ठोस प्रणोदक मिसाइल का परीक्षण एकीकृत परीक्षण क्षेत्र (आईटीआर) के लांच कॉम्प्लेक्स-4 से मोबाइल लांचर से किया गया. लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम मिसाइल का यह चतुर्थ विकासात्मक और दूसरा कैनिस्टराइज्ड परीक्षण है. पहला परीक्षण 19 अप्रैल 2012 को किया गया था, जबकि दूसरा परीक्षण 15 सितंबर 2013, तीसरा परीक्षण 31 दिसंबर 2015 को इसी जगह से किया गया था.वी एन आई