गुवाहाटी, 4 अप्रैल (वीएनआई)| तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने आज अरुणाचल प्रदेश की पवर्तारोही अंशू जमसेन्पा को माउंट एवरेस्ट अभियान के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रेडिसन ब्लू होटल में जमसेन्पा की दलाई लामा के साथ एक विशेष मुलाकात हुई। धर्मगुरु ने अंशू के इस अभियान को रवाना करने से पहले उसे अपना आशीर्वाद दिया। जमसेन्पा की माउंट एवरेस्ट की यह पहली यात्रा नहीं है। इससे पहले वह तीन बार दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंच चुकीं हैं। उन्होंने माउंट एवरेस्ट की दो चढ़ाई तो 10 दिनों के अंतर पर की हैं।
दलाई लामा ने पवर्तारोही जमसेन्पा से कहा, आपकी उपलब्धियां आपकी कठिन मेहनत, दृढ़ संकल्प और मजबूत विश्वास का परिणाम है। दलाई लामा ने अंशू जमसेन्पा की दो किशोरवय बेटियों -पसांग द्रोमा और तेनजिंग निदोन- को आशीर्वाद देने के साथ एक व्यक्तिगत संदेश भी दिया। इस संदेश को उन्होंने खुद अपने हाथों से लिखा और उसपर हस्ताक्षर किया। जमसेन्पा ने दलाई लामा से मुलाकात के बारे कहा, "परम पावन जीवित बुद्ध से मिलना और उनसे आशीर्वाद पाना, मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी पूंजी और आशीर्वाद है। मैं इसे जिंदगीभर संजोकर हमेशा अपने पास रखूंगी। पवर्तारोही ने आगे कहा "यह मुझे हमेशा प्रोत्साहित करता रहेगा और जिंदगी में संघर्ष के दिनों में हिम्मत देगा। अरुणाचल प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली अंशू जमसेन्पा अपने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रिकार्डो को और अच्छा कर रही हैं।
दलाई लामा ने कई संगोष्ठियों में हिस्सा लिया और अन्य कई कार्यक्रमों को संबोधित किया। वह तवांग और अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों की यात्रा करेंगे। दलाई लामा को हेलीकॉप्टर से अरुणाचल प्रदेश जाना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण वह मंगलवार को सड़क मार्ग से बोमदिला जा सकते हैं। अरुणाचल प्रदेश की सात दिनों की यात्रा के दौरान धर्मगुरु बोमदिला से दिरांग, लुम्ला और तवांग जाएंगे। दलाई लामा की इस यात्रा पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बीजिंग अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा मानता है।