नई दिल्ली 13फरवरी ( शोभना जैन,वीएनआई) तेजी से घटे घटनाक्रम मे आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिकेट डिप्लोमेसी की डोर थामते हुए भारत-पाक संबंधों में पिछले छह महीने से जमी बर्फ को पिघलाने की पहल करते हुए पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नवाज शरीफ से बात कर विश्व क्रिकेट के लिये पाकिस्तानी टीम के लिये शुभकामनाये देते हुए अन्य द्विपक्षीय मुद्दो पर चर्चा की इसके बाद घोषणा की गई कि विदेश सचिव डॉ एस. जयशंकर जल्द ही पाकिस्तान सहित अन्य दक्षेस देशो की \'सार्क यात्रा \' पर जाएंगे, जिसमे दक्षेस को आगे बढाने की भारत की प्राथमिकता के प्रयासो पर चर्चा के साथ पाकिस्तान सहित अन्य दक्षेस देशो के साथ द्विपक्षीय मुद्दो पर भी चर्चा की जायेगी.
प्रधान मंत्री मोदी ने ‘क्रिकेट कूटनीति’ का इस्तेमाल करते हुए आज दक्षेस (दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संघ) के उन चार देशों के नेताओं से बात की जिनकी टीमें भारतीय टीम के साथ ही रविवार से शुरू हो रहे क्रिकेट विश्व कप में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने उनकी टीमों को शुभकामनाएं दीं। इसके तुरंत बाद मोदी ने ट्वीट के जरिये घोषणा की कि दक्षेस देशों से रिश्तों को मजबूत करने के लिए विदेश सचिव शीघ्र ही ‘दक्षेस यात्रा’ पर जाएंगे।
इस यात्रा के तहत वह पाकिस्तान भी जाएंगे जिसके साथ भारत ने पिछले साल अगस्त में विदेश सचिव स्तरीय वार्ता अंतिम समय में इसलिए रद्द कर दी थी क्योंकि पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने भारत की चिंताओ को दरकिनार कर यहां कश्मीरी अलगववादियों से विचार विमर्श ्के लिये बुलाया था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने इस्लामाबाद में कहा कि शरीफ ने ‘साझा हितों के मुद्दों पर चर्चा के लिए’ भारत के विदेश सचिव की प्रस्तावित यात्रा का स्वागत किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मुद्दो पर भी बातचीत किये जा्ने की बाबत पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ‘जाहिर है, उपलब्ध अवसर का कोई दुरूपयोग नहीं करता।’ उन्होंने कहा, ‘सभी दक्षेस देशों के साथ हमारा द्विपक्षीय एजेंडा है और हम इन सभी देशों की संक्षिप्त यात्राओं के दायरे में ही द्विपक्षीय एजेंडे को आगे बढ़ाएंगे। हर नेता और राजनयिक द्विपक्षीय एजेंडा को आगे बढ़ाने के हर अवसर का इस्तेमाल करता है, इन अवस्रो को खोना नही चाहता है।’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हालांकि इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर विदेश सचिव की यात्रा मुख्यत: दक्षेस एजेंडा पर केन्द्रित होगी जो कि प्रधान मंत्री मोदी ने पिछले नवंबर में काठमांडो में आयोजित दक्षेस शिखर सम्मेलन में रेखांकित किया था। उन्होने कहा कि यह यात्रा मुख्यत भारत की दक्षेस नीति को आगे बढाने के प्रयासो का अंग है. इसमें दक्षेस को समर्पित उपग्रह, दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय और मेडिकल वीजा को आसान बनाना आदि मसले शामिल है। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से हुई बातचीत के कुछ ही घंटे बाद श्री मोदी की शरीफ से टेलीफोन पर बात हुई है।
ओबामा से शरीफ द्वारा यह कहे जाने पर कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तृत स्वरूप में भारत को स्थायी सदस्यता देना पाकिस्तान को स्वीकार्य नहीं होगा, क्योंकि उसने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का पालन नहीं किया है, प्रवक्ता ने कहा कि हर देश को अपने विचार रखने का अधिकार है। प्रवक्ता ने हालांकि कहा, चूंकि मामले पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में चर्चा हो रही है, किसी देश के पास इस मुद्दे को लेकर वीटो शक्ति नहीं है। वी एन आई