नई दिल्ली,२४ अप्रैल (वीएनआई) यह कोई ख़याली पुलाव नहीं है बल्कि जल्द ही सच होने वाली हकीकत है। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने अपनी एफ बी कॉन्फ्रेंस में सूचना दी है कि वो जल्द ही ऐसी तकनीक लाने वाले हैं जिससे सिर्फ सोचकर ही आप न सिर्फ अपने कंप्यूटर को कंट्रोल बल्कि 100 शब्द प्रति मिनट तक टाइप भी कर पाएंगे। यह सॉफ्टवेयर "साइलेंट स्पीच इंटरफ़ेस" पर काम करेंगा। इस सॉफ्टवेयर के लिए ऐसी तकनीक विकसित करने की कोशिश की जा रही है जो दिमाग की तरंगो को पकड़ सके।
फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग ने भी अपने एकाउंट पर अपने इस प्लान की बात करते हुए लिखा है कि "हम ऐसी तकनीक विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे आप अपने दिमाग से ही टाइप कर पाएंगे।इससे आप अपने फोन पर टाइप करने की स्पीड से करीब पांच गुना तेज़ टाइप कर पाएंगे.''
जुकरबर्ग के अनुसार इसके लिए ऐसी प्रणाली विकसित की जाएगी जिसे पहना जा सके। यह इंसान की त्वचा के जरिए सुनने का काम करेगी और त्वचा के दबाव वाले पॉइंट को महसूस करके निर्देशों को आगे भेजा जायेगा।
इस तकनीक को विकसित करने के लिए ऐसे सेंसरों की भी जरूरत होगी जो दिमाग द्वारा की जाने वाली एक्टिविटी का एक सेकंड में सौ बार तक का आकलन कर सकें.''
्रिपोर्टो के अनुसार फेसबुक के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पर रीसर्च का काम करने वाली 60 से अधिक विशेषज्ञों की टीम का नाम "बिल्डिंग 8" है और इस टीम की मुखिया रेगना डगन हैं। रेगना के अनुसार कि वे विचारों के डिकोड की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि इस सॉफ्टवेयर में बहुत से विचारों के संग्रह होगा जो आपके दिमाग के उतार चढाव और तेजी को समझने की कोशिश करेंगे।
रेगन कहती हैं कि अब वो दिन दूर नहीं जब यह संभव हो जायेगा कि मैं किसी भाषा में कुछ सोचूं और आप लगभग तुरंत ही अपनी (दूसरी) भाषा में उसे समझ लेंगे। इस तकनीक के साथ ही फेसबुक भविष्य की उन चीजों के बारे में सोच रहा है जो आज ले समय से काफी आगे हैं।