यांगशेन, चीन 6 जनवरी (वीएनआई) चीन के यांगशेन शहर में बिजली उत्पन्न करने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाते हुए अपनी करेंसी को ही जलाना शुरू कर दिया है. चीन के सेंट्रल बैंक ने प्रदूषण पर रोक लगाने और बिजली उत्पादन के लिए हो रहे कोयले के इस्तेमाल को कम करने के उद्देश्य से पहली बार बैंकों में पड़े गंदे नोट को जलाने संबंधी निर्देश पावर कंपनी को दिए हैं. कंपनी के इस कदम के बाद तो चीन में जैसे हलचल मच गई थी. अब यहां हर महीने करीब 30 टन नोटों की रद्दी जलाकर बिजली बनाई जा रही है। माना जा रहा है कि इस तरह से नोटों की रद्दी जलाने से एक घर को 25 साल तक लगातार बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
अब तक शहर में 1800 टन ऐसी रद्दी को जला दिया गया है। सरकार ने 12 नवंबर को 100 युआन के नए नोट जारी किए थे। जलाने से पहले इनके बारिक टुकड़े किए जाते हैं जिसके बाद इसे मशीन में डालकर जला दिया जाता है। हर महीने आते हैं पांच ट्रक शहर में बिजली बनाने के हर महीने पांच ट्रक शहर पहुंचते हैं।हर ट्रक में 30 टन रद्दी नोट होते हैं, जिनकी कुल कीमत तीन अरब युआन तक होती है। हर ट्रक में जितने नोट होते हैं, उससे 30 हजार किलोवॉट की बिजली पैदा हो सकती है।.
नोटों से केवल बिजली नहीं, बल्कि ईंटें भी बनती हैं। जलने के बाद बेकार बची राख को ईंटों के निर्माण के काम में लिया जाता है। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि नोटों की राख से पर्यावरण को किसी तरह की नुकसान न हो इसलिए यह पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिहाज से भी सही है