अब जल्द ही आप खा सकेंगे गुड़ से बनी विशुद्ध भारतीय पौष्टिक चॉकलेट

By Shobhna Jain | Posted on 9th Dec 2015 | देश
altimg
नई दिल्ली,9 दिसंबर (अनुपमाजैन,वीएनआई) गुड़ से बने स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरे और विशुद्ध भारतीय चॉकलेट ! जी हॉ अब जल्द भी बाजार मे गुड़ से बने ऐसे स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरे चॉकलेट मिलने लगेंगे 'इन चॉकलेटो के बाजार में उपलब्ध सामान्य चॉकलेट की तुलना में लगभग 20-30 प्रतिशत सस्ता होने की उम्मीद हैऔर खास बात यह है कि ये चॉकलेट डायबीटिस के रोगी या मीठे का परहेज रखने वाले लोग भी खा सकते हैं। महाराष्ट्र के तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के लक्ष्मीनारायण प्रौद्योगिकी संस्थान के खाद्य प्रोद्योगिकी विभाग की श्वेता एम. देवताले के अनुसार इस दिशा मे काम लगभग पूरा हो चुका है. उन्होने बताया कि परिष्कृत शक्कर के स्थान पर इन चॉकलेटो मे विभिन्न तरह के गुड का उपयोग करते हैं। पिघले हुए गुड़ में हम स्वादिष्ट बनाने वाले पदार्थ के तौर पर कॉफी/कोको पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, ताकि इसे स्वादिष्ट बनाया जा सके। इसके अलावा स्वास्थ्य लाभ के लिए इसमें पोषक तत्व भी मिलाए जाते हैं। श्री देवताले ने कहा कि इस चॉकलेट के बाजार में उपलब्ध सामान्य चॉकलेट की तुलना में लगभग 20-30 प्रतिशत सस्ता होने की उम्मीद है। टीम ने इस उत्पाद के पेटेंट के लिए आवेदन कर दिया है। उन्होंने कहा कि चॉकलेट को पोषण की दृष्टि से अधिक स्वस्थ बनाने की अनिवार्य आवश्यकता है। हम इसके स्वाद से कोई समझौता किए बिना ही एक सर्वश्रेष्ठ चॉकलेट विकसित करने की कोशिश की है। राजधाने मे आईआईटी में पांच दिन के विज्ञान मेले में शोधकर्ताओं के एक दल का नेतृत्व कर रही देवताले ने एक शोध पत्र प्रस्तुत किया, ‘जैगरी डिलाइट : ए हेल्दी सबस्टीच्यूट फॉर चॉकलेट।’ उन्होंने कहा कि चॉकलेट महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त विभिन्न प्रकार के गुड़ का उपयोग करके तैयार किए गए हैं। कोल्हापुरी गुड़ अपनी गुणवत्ता के लिए राज्य में सबसे लोकप्रिय है। भारत में दुनिया के कुल गुड़ उत्पादन का 70 प्रतिशत उत्पादन होता है। उन्होंने कहा कि हमने तरल गुड़, जैविक ठोस गुड़, नारियल पौधों के रस से बनाये गए गुड़, खजूर और ताड़ के पौधों के रस से बनाए गए गुड़ और पाउडर गुड़ जैसे विभिन्न प्रकार के गुडॉ का इस्तेमाल करके चॉकलेट बनाया है। गुड़ से बनाए जाने वाले स्वादिष्ट चॉकलेट में कच्चे माल के रूप में मक्खन/कोको बटर सबस्टीट्यूट, इमल्सीफायर के रूप में सोया लेसितिण, कोको पाउडर, वसायुक्त दुग्ध पाउडर और कॉफी पाउडर मिलाए जाते हैं। विश्लेषण और प्रयोगात्मक कार्य खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग, लक्ष्मीनारायण प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर, केंद्रीय एगमार्क प्रयोगशाला, नागपुर; और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, नागपुर के द्वारा एक साथ मिलकर किया गया था। उन्होंने कहा कि गुड़ के इस्तेमाल से बनाए गए चॉकलेट को पोषण की दृष्टि से अत्यधिक स्वीकार्य पाया गया था। इसे कम पोषण और कुपोषण से निपटने के लिए हेल्थ सप्लिमेंट के रूप में लिया जा सकता है। आयुर्वेद में गुड़ तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने, एनीमिया को रोकने और हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। यह पर्यावरण के विषाक्त पदार्थों से शरीर की रक्षा भी कर सकता है और कैल्शियम, फॉस्फोरस और लोहे जैसे खनिजों का अच्छा स्रेत होने के कारण यह फेफड़ों के कैंसर की आशंका को भी कम कर सकता है।आम तौर पर चॉकलेट में काफी मात्रा में कोका, दुग्ध पाउडर, मक्खन, परिष्कृत शक्कर और अधिक कैलोरी वाले स्वादिष्ट बनाने वाले पदार्थ होते हैं। हालांकि ये बहुत अधिक कैलोरी के होते हैं लेकिन इनमें काबोहाइड्रेड और प्रोटीन बिलकुल नहीं होता हैं। चॉकलेट में बहुत कम पौष्टिकता होती है क्योंकि इनमें सामग्री के रूप में प्रोसेस्ड चीनी मिलाई जाती है। चॉकलेट के कारण दांत खराब होने, दांत में कैविटी होने और डायबीटिस होने जैसी समस्याएं एवं बीमारियां होने के खतरे होते हैं। वीएनआई

Leave a Comment:
Name*
Email*
City*
Comment*
Captcha*     8 + 4 =

No comments found. Be a first comment here!

ताजा खबरें

Thought of day
Posted on 28th Feb 2025
Today in History
Posted on 28th Feb 2025

Connect with Social

प्रचलित खबरें

© 2020 VNI News. All Rights Reserved. Designed & Developed by protocom india