नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (वीएनआई) आक्रामक क्रिकेट खिलाड़ी और केंसर से उबर कर आये जॉबाज युवराज सिंह की संस्था यूवीकैन" ने ब्रेस्ट कैंसर की जागरूकता को लेकर ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े एक विज्ञापन को लेकर विवादों के घेरे में आ गई एक विज्ञापन को घोर असंवेदन् शील मा्ना गया,विज्ञापन के विवादों के घेरे में आने के बा्द संस्था ने विज्ञापन वापस ले लिया .बाद
इस से पूर्व दिल्ली मेट्रो ने भी यह विज्ञापन अपने यहा से हटा दिया दिल्ली मेट्रो ने कहा है कि इस विज्ञापन को हटा लिया गया है.
इस संस्था ने दिल्ली मेट्रो में ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ा एक विज्ञापन दिया था जिसे लेकर ना केवल सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने बल्कि अनेक महिला कार्यक्र्ताओं ने इस पर आपत्ति जताते हुयें सवाल खड़े कियें.
वहीं 'यू वी कैन' ने एक यूजर्स के सवाल का जवाब देते हुए कहा, "हमारा मकसद इस विज्ञापन के ज़रिए ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता लाना था. हम किसी को आहत नहीं करना चाहते थे." ब्रेस्ट कैंसर को लेकर लोगों को जागरूक करने का दावा करने वाले विज्ञापन में कहा गया कि "चेक यूअर ऑरेंज वन्स इन मंथ."
इसी बात को लेकर अनेक सवाल खड़े किए.सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पत्रकार रितुपर्णा चटर्जी ने दिल्ली मेट्रो पर चिपके इस विज्ञापन की तस्वीर को शेयर किया.उन्होंने लिखा, "युवराज सिंह की संस्था ने ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े विज्ञापन 'चेक यूअर ऑरेजेंज ' से जुड़े मेरे सवाल का जवाब देते हुए उसे बोल्ड क्रिएटिव च्वाइस बताया है. मैं इस बात से सहमत नहीं हूं."
एक यूजर्स ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता लाने के लिए दिल्ली मेट्रो में ये पोस्टर लगाए गए हैं. ये पोस्टर युवराज सिंह की संस्था ने लगाए हैं और इनमें महिला के ब्रेस्ट की तुलना ऑरेंज के साथ की गई है."कोई भी इस आइडिया को देखेगा तो इसे महिलाओं के प्रति असंवेदनशील ही पाएगा."एक और यूजर्स ने लिखा, "आपकी कैंसर से लड़ने की लड़ाई प्रेरणा देती है. लेकिन विज्ञापन देने वाली इस कंपनी को बदल लीजिए. ब्रेस्ट की ऑरेंज के साथ तुलना करना सही नहीं है." .
दिल्ली मेट्रो ने एक्स पर लिखा, "दिल्ली मेट्रो ट्रेन में ब्रेस्ट कैंसर की जागरूकता से जुड़ा हुआ एक विज्ञापन लगाया गया था. डीएमआरसी ने इसे सही नहीं पाया और तुरंत कार्रवाई की."
"यह विज्ञापन 23 अक्टूबर 2024 को एक बार एक मेट्रो ट्रेन में दिखाई दिया और उसी दिन रात 7.45 बजे इसे हटा लिया गया. डीएमआरसी जनता की भावनाओं के प्रति बेहद संवेदनशील है और इस तरह की बातों को बढ़ावा नहीं देता है."
दिल्ली मेट्रो ने आगे कहा, "यह विज्ञापन सही नहीं था और यह सार्वजनिक स्थानों पर विज्ञापन लगाने की न्यूनतम शर्तों को पूरा नहीं करता है. दिल्ली मेट्रो की पूरी कोशिश रहेगी कि भविष्य में इस तरह का कोई भी विज्ञापन मेट्रो में जारी नहीं हो पाए."
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पत्रकार रितुपर्णा चटर्जी के सवाल का जवाब देते हुए इस संस्था ने कहा, "हम जानते हैं कि लोगों से ब्रेस्ट कैंसर के बारे में खुलकर बात करना कितना मुश्किल है."
"यह ऐसा विषय है जब तक कोई या उनका नजदीकी प्रभावित नहीं होता है तब तक इस पर बात करने से ज्यादातर लोग बचते हैं." यू वी कैन ने कहा, "विज्ञापन के लिए ऑरेंज का इस्तेमाल करना हमारी बोल्ड च्वाइस थी और इसके बारे में ध्यान से सोचा गया था. इसका मकसद ब्रेस्ट कैंसर के बारे में चुप्पी को तोड़ना था."
"हम ऐसा कोई भी विज्ञापन इस्तेमाल नहीं करेंगे जिससे आपको दुख पहुंचे.. हमारा मकसद लोगों की जान बचाने वाले कदमों को बढ़ावा देना है और हम इस मकसद पर काम करना जारी रखेंगे." वी एन आई
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