पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अब्बासी ने कहा अफगानिस्तान के साथ सीमा पर संयुक्त गश्त का इच्छुक है पाकिस्तान

By Shobhna Jain | Posted on 13th Sep 2017 | विदेश
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इस्लामाबाद, 13 सितम्बर (वीएनआई)| पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने कहा है कि उनका देश अफगानिस्तान के साथ अपनी खुली सीमा के पास आतंकवादियों से निपटने के लिए संयुक्त गश्ती दल बनाने का इच्छुक है। 

समाचार पत्र डॉन ने प्रधानमंत्री के हवाले से आज कहा, हम अफगानिस्तान से लगी सीमा के पास संयुक्त गश्ती दल और संयुक्त चौकी बनाना चाहते हैं। हमलोग वहां एक बाड़ा लगाना चाहते हैं साथ ही अफगानिस्तान का भी उनकी सीमा की ओर बाड़ा लगाने पर हम स्वागत के लिए तैयार हैं। अब्बासी का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान को आतंकवादियों के सफाये के लिए ज्यादा प्रयास करने को कहा था। वाशिंगटन यह मांग लंबे समय से कर रहा है। प्रधानमंत्री ने आतंकवादियों को शरण देने के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि वे लोग 'अराजकता के लड़ाकू' हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान को पाकिस्तान के विरूद्ध पनप रहे आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ज्यादा प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, जितने भी अपराधियों से हम लड़ रहें हैं, उनकी जड़ें अफगानिस्तान में बसी हैं। ट्रंप ने 16 वर्ष लंबे अफगानिस्तान युद्ध को जीतने और नई दक्षिण एशिया नीति की घोषणा करते हुए पिछले महीने पाकिस्तान को आतंकवादियों की शरणस्थली कहा था।

अब्बासी ने कहा कि उनकी सरकार को अभी तक ट्रंप प्रशासन से कोई विशेष मांग नहीं की गई है। पाकिस्तान अमेरिकी अधिकारियों की ओर से साझा किए गए किसी भी सूचना पर कार्रवाई करेगा। उन्होंने पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने के आरोपों का खंडन किया और इस बात से भी इंकार किया कि ट्रंप की टिपण्णी के बाद शीत युद्ध के सहयोगियों के बीच संबंध समाप्त हो सकता है। अब्बासी ने कहा, हमारा संबंध 70 वर्ष पुराना है और इसे एक मुद्दे से परिभाषित नहीं किया जा सकता या इसे किसी एक मुद्दे से परिभाषित नहीं किया जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि अमेरिका पाकिस्तान के प्रति कड़ा रूख अपना सकता है और करोड़ों डॉलर की सैन्य एवं आर्थिक सहायता रोक सकता है, पर उन्होंने कहा, "हमारे पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है, साधारण नियम के तहत आप गठबंधन के साथी को सजा नहीं दे सकते, हम अमेरिका के प्रति खुले हैं। हम पारदर्शी हैं।" 


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