पेरिस,१ मई (वी एन आई)फ्रांस की राष्ट्रपति पद की उमीदवार मरीन ले पेन ने कहा है कि अगर वे निर्वाचित होती हैं तो पराजित हुए प्रतिद्वंदी एग्नान को प्रधानमंत्री बनाएंगी। फार राइट नेशनल फ्रंट (एफएन) की नेता ले पेन ने अपने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए, राष्ट्रवादी मुख्यधारा "स्टैंड अप फ्रांस" के निकोलस डुपोंट एग्नान को पीएम पद के उमीदवार के रूप में चुना है।
डुपोंट एग्नान दूसरे राउंड में ले पेन का समर्थन पहले ही कर चुके थे।
7 मई को होने वाले चुनाव के दूसरे निर्णायक राउंड में ले पेन, इमानुएल मैक्रॉन का सामना करेंगी।
56 साल के डुपोंट एग्नान जिन्हे पहले राउंड की वोटिंग में 4.7 % वोट ही मिले, फ्रांस के यूरो से अलग होने, यूरोपियन संघ को खत्म करने, निर्वाचित नेताओं और अधिकारीयों के ऊंचे नैतिक मूल्यों और जेहादी आतंकवाद से मजबूती से लड़ने के मुद्दे पर इस चुनाव में उतरे हैं।
उन्होंने कहा था कि अब समय आ गया है कि ले पे न को अपराजित न माना जाए।
दक्षिण पंथी ले पेन पेशे से फ्रेंच लॉयर हैं और इससे पहले फ्रांस की "नेशनल फ्रंट" पार्टी की पूर्व प्रेसीडेंट रह चुकी हैं।
अगर चुनाव में लोकप्रियता की बात करें तो इमानुएल मैक्रॉन का पलड़ा भारी दिखता है लेकिन यह सही तस्वीर आपके सामने नहीं रखता। बड़ी संख्या में फ्रांस के वोटर इस चुनाव से खुद को अलग रख रखे हैं और विशेषज्ञ मान रहे हैं कि वोटरों की ये उदासीनता ले पेन की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। ले पेन की जीत की उम्मीद बड़ी संख्या में खुद को इस चुनाव से दूर रख रहे वोटरों पर ही टिकी है। ले पेन भी मैक्रॉन के वाम पंथी समर्थकों को इस चुनाव से दूर रखने की भरसक कोशिश में लगी हैं और इसके लिए वे मैक्रॉन के मुद्दों का ही सहारा ले रही हैं।
एक सर्वेक्षण के अनुसार, जीन मेलेनचोन के 40 प्रतिशत समर्थक मैक्रॉन के साथ हैं जबकि 41 प्रतिशत खुद को इस चुनाव से दूर रख सकते हैं जबकि 19 प्रतिशत ले पेन के लिए वोट कर सकते हैं। मेलेनचोन समर्थकों के वोट तोड़ने या उन्हें चुनाव से दूर रखने में अगर ले पेन वास्तव में कामयाब रहीं तो इस चुनाव में उनकी जीत की संभावना काफी बढ़ जाएगी।