सिंगापुर, 4 अप्रैल (वीएनआई)। भारतीय इमाम को सिंगापुर यहूदियों और ईसाइयों के खिलाफ टिप्पणी करने वाले निर्वासित कर स्वदेश भेज देगा।
'हात्र्ज' की रिपोर्ट के अनुसार, इमाम नाल्ला मोहम्मद अब्दुल जमील (47) ने यहूदियों और ईसाइयों के खिलाफ जनवरी में शुक्रवार की नमाज के दौरान यह टिप्पणी की थी। इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि 'खुदा यहूदियों व ईसाइयों से हमारी रक्षा करें।' इसके लिए उन पर सोमवार को 4,000 सिंगापुर डॉलर (2,864 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना भी लगाया गया है।
आरोप है इमाम ने जनवरी में सिंगापुर की जामा चुलिया मस्जिद में यह टिप्पणी की थी। हालांकि रविवार को उन्होंने इस पर अफसोस जताने के लिए सिंगापुर में यहूदियों के उपासना गृह 'मगैन अबोथ सिनगॉग' का दौरा किया और समुदाय से माफी मांगी। यहूदी समुदाय के नेता राब्बी मॉडेकाय अबर्गेल ने उनकी माफी स्वीकार कर ली और अपने उपासना गृह में आने के लिए इमाम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह संदेश देता है कि 'हमें तोड़ने वाली बातों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण वे बातें हैं, जो हमें जोड़ती हैं।'
सिंगापुर के गृह मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि 'चाहे किसी भी धर्म के धर्मगुरु हों, इस तरह के बयानों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाएगा।' बयान के अनुसार, "सिंगापुर के कानून के अनुसार, हम इस तरह के किसी भी धर्मोपदेश या गतिविधि को जायज नहीं ठहरा सकते, जो लोगों को बांटता हो।"