मुंबई, 17 फरवरी (वीएनआई)| 'पद्मावती' से 'पद्मावत' हुई फिल्म की शूटिग के बारे में फिल्मकार संजय लीला भंसाली ने कहा कि यह कोई गुलाबों के बिस्तर की सेज जैसा नहीं था। उन्होंने इसे भावनात्मक चुनौती के रूप में परिभाषित किया।
'पद्मावत' का चर्मोत्कर्ष जौहर दृश्य था, जिसकी मुंबई और फिल्म सिटी के बाहरी इलाके में शूटिंग हुई। भंसाली ने कहा, यह काफी गर्मी वाला दृश्य था और हमने 350 जूनियर कलाकारों के साथ इसकी शूटिंग की। शारीरिक असुविधा किसी तरह सहन करने लायक थी, लेकिन शारीरिक से अधिक भावनात्मक चुनौती थी। जौहर वाले दृश्यों की शूटिंग के अंत में सभी नर्वस और झुंझलाहट से भरे नजर आ रहे थे। जौहर वाले दृश्यों की शूटिंग एक सप्ताह चली और सभी जूनियर कलाकार थक गए थे। अंदेशा था कि कहीं वे छोड़कर चले न जाएं। जब दोबारा शूटिंग शुरू हुई, तो उनकी गिनती की गई।
जौहर दृश्य अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के लिए विशेष रूप से कठिन था, जो इसे पूरा करते-करते भावुक हो गईं। भंसाली ने कहा, "एक दृश्य, जिसमें महिलाएं रणवीर पर गर्म कोयला फेंकती हैं। हमने जलते हुए कोयले जैसे दिखने वाले जलते हुए रबर टायरों का प्रयोग किया। जलती हुई रबर से तेज बदबू आती है। रणवीर शॉट करने से पहले दूर चले जाते थे। आखिरकार रणवीर भी बीमार हो गए।"
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