सुनील कुमार ,वी एन आई ,नयी दिल्ली 15 -03-2018
गीतकार वर्मा मलिक या बरकत राय मलिक का जन्म 13 अप्रैल, 1925, फ़िरोज़पुर में हुआ निधन 15 मार्च, 2009 को मुम्बई में वे जाने माने गीतकार थे। वह पंजाबी और उर्दू के लेखक थे। हिंदी भाषा उन्होंने मुम्बई आकर ही सीखी थी। उन्होंने पंजाबी फ़िल्मों से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। सर्वप्रथम उन्होंने हंसराज बहल की फ़िल्म में काम किया था।
रेखा की पहली फ़िल्म 'सावन भादों' में वर्मा के लिखे गीत ने कई साल तक धूम मचाए रखी । इसके बाद 'पहचान', 'बेईमान', 'अनहोनी', 'धर्मा', 'कसौटी', 'विक्टोरिया न. 203', 'नागिन', 'चोरी मेरा काम', 'रोटी कपड़ा और मकान', 'संतान', 'एक से बढ़कर एक', जैसी फ़िल्मों में हिट गीत लिखने वाले वर्मा मलिक , एक सफल गीतकार के रूप में जाने लगे !
मनोज कुमार की फिल्मों के लिए उन्होंने बहुत से लोकप्रिय गीत लिखे
फ़िल्म 'पहचान' के गीत "सबसे बड़ा नादान वही है" के लिए उन्हें फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला
फ़िल्म 'बेइमान' के गीत "जय बोलो बेइमान की जय बोलो" के लिये उन्हें फ़िल्मफेयर मिला
No comments found. Be a first comment here!