श्रीनगर,11 जुलाई(वीएनआई) कश्मीर घाटी मे तीन दिन पूर्व हिंसा भड़कने के बाद आज भी स्थति तनावपूर्ण बनी हुई है. केन्द्र तथा रज्य सरकार ने लोगो से शांति बनाये रखने की अपील की है.सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज दिल्ली मे एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. बैठक में आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा की जाएगी.हिजबुल के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में तनाव है और सड़को पर उतर कर हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगो के बीच व पुलिस के बीच झड़पे हो रही है. कश्मीर में जारी हिंसा कल भी उग्र रही. यहां अनंतनाग जिले के संगम में भीड ने एक चल बंकर वाहन को झेलम नदी में धकेल दिया जिससे उसमें सवार पुलिस चालक फिरोज अहमद की मौत हो गयी, वहीं इस हिंसा के कारण अमरनाथ यात्रा पर असर पड़ा है और आज लगातार तीसरे दिन भी यात्रा को स्थगित कर दिया गया है.
रविवार को एक पुलिसकर्मी समेत छह और लोग मारे गये और मृतकों की संख्या 23 पहुंच गयी वहीं 200 से अधिक लोग घायल हो गये हैं, जिसमे लगभग १०० पुलिसकर्मी शामिल है. घाटी में कर्फ्यू जैसी पाबंदी लागू है और दुष्प्रचार रोकने के लिये मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित बनी हुई हैं.
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में हुई जम्मू-कश्मीर कैबिनेट की बैठक में हालात और सुरक्षा बलों के साथ झडप में लोगों के मारे जाने को लेकर दुख जताया गया और लोगो से शांति बनाये रखने की अपील की. सरकार ने वादा किया कि अगर सुरक्षा बलों की ओर से अनुचित ढंग से बल प्रयोग किया गया है तो उसकी जांच होगी. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे हिंसा भडकाने वालों के कुचक्र में नहीं फंसे. कैबिनेट ने हुर्रियत कांफ्रेंस सहित सभी अलगाववादियों और नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और माकपा जैसी मुख्यधारा की पार्टियों से अपील की है कि वे राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद करें. दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घाटी में हालात की समीक्षा की और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. राज्य पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों से हिंसा नहीं करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इससे सही परिणाम नहीं निकलेंगे और वे युवाओं को मारने से बचना चाहते हैं.
घाटी के लगभग दस क्षेत्रो मे कर्फ्यू है लेकिन कई जगहों से हिंसा की खबरें आईं हैं. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार रविवार सुबह पुलवामा के नेवा में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 18 साल का इरफान अहमद मलिक गंभीर रुप से घायल हो गया. उन्होंने कहा कि इरफान को यहां एसएमएचएस अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसकी मौत हो गयी. अधिकारी के अनुसार एक अज्ञात शख्स को गंभीर हालत में जिला अस्पताल पुलवामा लाया गया लेकिन उसकी मृत्यु हो गयी. अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग जिले के संगम में भीड ने एक चल बंकर वाहन को झेलम नदी में धकेल दिया जिससे उसमें सवार पुलिस चालक फिरोज अहमद की मौत हो गयी. अधिकारी ने बताया कि एक अन्य घटनाक्रम में शनिवार रात पुलवामा जिले के त्राल इलाके में आतंकवादियों ने एक हेड कांस्टेबल के घर पर उनकी दोनों टांगों में गोली मार दी.
प्रदेश के शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने कहा कि शनिवार को दमहाल हांजीपुरा में एक थाने पर भीड के हमले के बाद लापता तीन पुलिसकर्मियों का अब तक पता नहीं चला है. रविवार को भीड ने एक और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया. अधिकारी ने कहा कि जब अनंतनाग जिले के अचबल इलाके में एक पुलिस चौकी पर भीड ने पथराव किया तो सुरक्षा बलों की गोलीबारी में तीन युवक जख्मी हो गये. इन क्षेत्रो मे आगजनी और भीड के हमलों की घटनाएं हुई है. उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि चरमपंथी गोलीबारी कर रहे हैं और पुलिस एवं सीआरपीएफ पर हथगोले फेंक रहे हैं. एक और युवक श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंपोर कस्बे में आज गोली लगने से घायल हो गया.
असैन्य लोगों की मौत पर विरोध स्वरुप अलगाववादी संगठनों द्वारा बुलाई गयी हडताल की वजह से कश्मीर में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा और एहतियातन घाटी में दूसरे दिन में भी कर्फ्यू जैसी पाबंदी लागू रही. कश्मीर में दूसरे दिन भी दुष्प्रचार रोकने के लिये मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं व सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारक समेत अलगाववादी नेता अब भी नजरबंद है, वहीं मोहम्मद यासीन मलिक को एहतियातन हिरासत में रखा गया है.वी एन आई