म्यूनिख,23 जुलाई(सुनीलकुमार/वीएनआई)नीस, फ्रांस मे भीषण आतंकी हमले के फौरन बाद कल जर्मनी के म्युनिख शहर मे एक किशोर जर्मन-ईरानी बंदूकधारी ने शहर के एक व्यस्त मॉल में गोलीबारी करके नौ लोगों की हत्या कर दी और इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली. सोलह लोग इन हमलो मे घायल हुए है जर्मन पुलिस ने आज कहा कि उसने संभवत: अकेले इस हमले को अंजाम दिया. यूरोप में आम नागरिकों पर बमुश्किल एक सप्ताह में यह तीसरा हमला है. पुलिस प्रमुख हुबर्ट्स एंड्रिया ने संवाददाताओं ने कहा, ‘अपराधी 18 वर्षीय जर्मन-ईरानी था जो म्यूनिख का रहने वाला था.' वैसे पुलिस का कहना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह हमला आतंकी हमला हैउन्होंने कहा, ‘इस अपराध को अंजाम देने के पीछे की वजह के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है.' जर्मनी के गृह मंत्री थॉमस दे मैजिएरे ने कहा था कि ऐसा माना जा रहा है कि किशोर ने अकेले हमला किया था जो आईएस से ‘प्रभावित' प्रतीत होता है लेकिन वह जिहादी नेटवर्क का सदस्य नहीं था. हमले मे किसी भारतीय के हताहत होने का समाचार नही है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘मैंने जर्मनी में हमारे राजदूत गुरजीत सिंह से बात की है. उन्होंने मुझे सूचित किया कि म्यूनिख में हुए हमले में कोई भारतीय हताहत नहीं हुआ.
अधिकारियो के अनुसार हमलावर के पास दोहरी नागरिकता थी और उसका ‘कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था.' बंदूक पकडे एक हमलावर ने कल शाम मैकडॉनल्ड के रेस्तरां में गोलीबारी की और फिर उसने एक सडक पर गोलीबारी की. बाद में वह ओलंपिया मॉल में घुस गया और वहां हमला किया. ताजा आंकडे के अनुसार इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य लोग घायल हो गए. एंड्रिया ने कहा, ‘मारे गए लोगों में युवा भी शामिल हैं.'
उन्होंने बताया कि कुछ बच्चे भी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि एक पुलिस गश्ती दल ने हमलावर को गोली मारी और घायल कर दिया लेकिन वह बच कर भागने में सफल रहा. जर्मनी की डीपीए समाचार समिति के अनुसार संदिग्ध हमलावर का शव बाद में उस जगह से करीब एक किलोमीटर दूर पाया गया जहां गोलीबारी हुई थी. पुलिस ने ‘ट्विटर' पर कहा, ‘हमें एक व्यक्ति मिला जिसने आत्महत्या कर ली. हमारा मानना है कि वह एकमात्र बंदूकधारी था.
जर्मनी ने पिछले साल योरोप मे रिकॉर्ड संख्या में 11 लाख शरणार्थियों एवं प्रवासियों को शरण दी थी . जर्मनी के राष्ट्रपति जोआकिम गुआक ने कहा कि वह ‘जानलेवा हमले से ‘खौफजदा' हैंजर्मनी ने पिछले साल 10 लाख से अधिक प्रवासियों एवं शरणार्थियों को प्रवेश दिया था. एंजेला के चीफ आफ स्टाफ पीटर अल्तमेयर ने कहा, ‘हम वह सब करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो हम कर सकते हैं क्योंकि आतंक और अमानवीय हिंसा के लिए जर्मनी में कोई जगह नहीं है
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि काले रंग के कपडे पहने एक बंदूकधारी मैकडॉनल्ड्स के एक रेस्तरां से बाहर आते हुए लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर रहा है और लोग चिल्लाते हुए भाग रहे हैं. म्यूनिख का मुख्य रेलवे स्टेशन खाली कराया गया है और शहर में मेट्रो एवं बस सेवा को कई घंटों के लिए निलंबित कर दिया गया. लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दी गई है जिसके कारण सडके मुख्य रुप से सुनसान रहीं. म्यूनिख पुलिस ने बताया कि परिवहन सेवा आज तडके से फिर से बहाल हो गई.
गोलीबारी रात साढे नौ बजे (भारतीय समयानुसार) से पहले मैकडोनॉल्ड रेस्तरां में शुरु हुई और फिर पास की एक सडक पर गोलीबारी की गयी. इसके बाद कम से कम एक हमलावर शहर के ओलंपिक स्टेडियम के पास स्थित मॉल में घुस गया. यह जगह उस जगह से ज्यादा दूर नहीं है जहां 1972 में ओलंपिक में नरसंहार हुआ था.
इमारत को चारों ओर से सशस्त्र पुलिस और आपातकालीन वाहनों ने घेर लिया जबकि हेलीकॉप्टरों के मॉल के उपर उडने की आवाज सुनी गई. दुकानदार मॉल से बाहर की ओर भागे और उनमें से कुछ ने अपनी गोद में बच्चों को पकड रहा था. इस हमले से कुछ ही दिन पहले ही एक किशोर शरणार्थी ने सोमवार को बावेरिया में वुएर्जबर्ग के निकट एक कुल्हाडी और एक चाकू से ट्रेन पर हमला किया था जिससे पांच लोग घायल हो गए थे. वी एन आई