नई दिल्ली, 10 जनवरी (शोभनाजैन/ वीएनआई ) अब खाड़ी देशो में घरेलू नौकरानी काम के लिए जाने वाली भारतीय महिलाये सिर्फ सरकारी एजेंटो की मार्फ़त ही वहा जा सकेंगी. गैर सरकारी एजेंटो द्वारा ऐसी महिलाओ को धोखाधड़ी से विदेश भेजने और विदेश में इन घरेलू नौकरानियो के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओ पर अंकुश लगाने के लिए सरकारजल्द ही इस आशय का आदेश जारी करने जा रही है विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस आशय की घोषणा करते हुए कहा है कि जल्द ही सरकार इस आशय के आदेश को नोटिफाई कर देगी.
श्रीमती स्वराज ने यह घोषणा यहाँ 14वे प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में की. कार्यक्रम में उन्होंने राजधानी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में पहली बार दुनिया के छह बड़े शहरों सहित प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया इन शहरों में लंदन, सिंगापुर, पोर्ट लुई, कुआला लामपुर तथा दुबई थे..कार्यक्रम में विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह के अलावा ब्रिटेन में देविड केमरून सरकार में भारतीय मूल की रोजगारमंत्री प्रीति पटेल के अलावा भारतवंशी और भारत में कनाडा के भारतवंशी उच्चायुक्त नादिर पटेल सहित अनेक राजनयिक और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे
विदेश मंत्री ने कहा " महिला 'हाउस मेड्स' को खाड़ी देशों में रोजगार के लिए केवल सरकारी एजेंसियों के जरिये ही जाने की इजाजत दी जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें भर्ती एजेंटों या कंपनियों से धोखा नहीं मिले , इस संबंध में जल्द ही क़ानून को नोटिफाई कर दिया जाएगा ।'श्रीमती स्वराज ने कहा की पहले मंत्रालय के संसदीय समिति में इस प्रस्ताव को विचारार्थ रखा गया कि घरेलू नौकरानी का काम करने के लिए भारतीय महिलाओ को वहा भेजने पर पाबन्दी लगा दी जाएजिस प्रकार श्रीलंका और नेपाल नेकिया लेकिन इस पर सर्वसम्मत राय कायम नहीं होने की वजह से अब यह फैसला किया गया है कि घरेलू नौकरानी बतौर काम करने के लिए जाने वाली महिलाये सिर्फ सरकारी एजेंटो की मार्फ़त ही विदेश जाए.
इस प्रवासी भारतीय दिवस को सभी भारतीय मिशन और पोस्ट द्वारा वेबकास्ट किया गया। प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय का विदेश मंत्रालय में विलय के बाद प्रवासी भारतीय दिवस का पहली बार विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजन किया गया।इस अवसर पर श्रीमती स्वराज ने भारत के विकास यात्रा में प्रवासी भारतीयों से सक्रिय रूप से भागीदार बनने के लिए आमंत्रित करते हुए घोषणा की कि सरकार जल्द ही प्रवासी भारतीयों को देश में रहने वाले भारतीयों की ही तरह आधार कार्ड देने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है और इस बारे में जल्द ही फैसला लेलिया जाएगा.उन्होंने कहा, 'अभी तक आधार कार्ड उन भारतीयों को दिया जाता है जो भारत में रहते हैं। यह प्रवासी भारतीयों के लिए नहीं है। यद्यपि आपको यह जानकार प्रसन्नता होगी कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि कार्ड प्रवासी भारतीयों को उसी तरह से दिया जाए जैसे यह भारत में रहने वालों को जारी किया जाता है।'
गौरतलब है कि नौ जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में चुना गया क्योंकि इसी दिन 1915 में 'सबसे महान प्रवासी महात्मा गांधी' दक्षिण अफ्रीका से भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए लौटे थे।
कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने प्रवासी भारतीय समुदाय से अपील की कि वह सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लें जैसे कौशल भारत, डिजिटल भारत और निर्मल गंगा, और अपनी माटी का कर्ज अदा करे ।वी एन आई