पेरिस, 12 अप्रैल (शोभनाजैन,वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद को भारतीय समाज के पारंपरिक \'प्रकृति प्रेम\' और \'जीवन के उदार मानवीय मूल्यो\' की प्रतीक \'जीवन वृक्ष\' पेंटिंग उपहार में भेंट की|
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये ट्वीट के अनुसार , \"कई जड़ों एवं शाखाओं वाला यह वृक्ष \'ट्री ऑफ लाइफ\' बरगद के पेड़ जैसा है, जो एक वृक्ष की उदारता, फल, बीज, आश्रय, रोग निवारक क्षमता और प्रजनन का रूपांकन है, जो जीवन को अविरल गति प्रदान करता है एवं पर्यावरण को स्वच्छ रखता है।\"
ओडिशा के कालाकार भास्कर महापात्र ने रेशम पर बेहद सुंदर तरीके से इस पेंटिंग को तैयार किया है। जलवायु परिवर्तन पर इस वर्ष के अंत मे फ्रांस मे होने वाली वैश्विक बैठक से पहले उपहार स्वरूप दी गयी यह पेंटिग जीवन की निरंतरता और स्वच्छ पर्यावरण पर जोर देती प्रतीत होती है। फ्रांस दिसंबर 2015 में जलवायु परिवर्तन पर कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज ऑन यूएन फ्रेमवर्क कन्वेंशन की अहम बैठक आयोजित करने वाला है। निश्चित तौर पर प्रधान मंत्री द्वारा यह पेंटिंग भेंट किया जाना भारत मे प्रकृति को पूजनीय माने जाने के साथ हे जीवन के उदार मानवीय मुल्यो को रेखांकित करता है.
भास्कर इस कला का अभ्यास अपने परिवार के सदस्यों के साथ पिछले 30 सालों से करते आ रहे हैं । वे रघुराजपुर स्थित धरोहर हथकरघा गांव से अपना काम करते हैं। ललित कला अकादमी द्वारा सम्मानित महापात्र को ताड़ के पत्तों पर पेंटिंग करने और पट्टचित्र बनाने में विशेषज्ञता हासिल है।
प्रधान मंत्री मोदी फ्रांस , जर्मनी और कनाडा की तीन देशो की यात्रा की दूसरे पड़ाव मे आज जर्मनी के हनोवर शहर मे पहुंच गये हैं, उनकी जर्मनी यात्रा का मुख्य एजेंडा आर्थिक एवं औद्योगिक क्षेत्र मे सहयोग बढाना है, विशेष तौर पर सरकार के महत्वाकांक्षी \'मेक इन इंडिया\' कार्यक्रम के लिये योरोप व जर्मनी की कंपनियों के निवेश एवं प्रौद्योगिकि लिये जाने को आकर्षित करना है प्रधानमंत्री जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के साथ आज हैनोवर मैसे औद्योगिक मेले 2015 का उद्घाटन करेंगे इस साल भारत इस मेले का साझीदार देश है । फ्रांस से रवाना होने से पूर्व प्रधान मंत्री ने एक ट्वीट कर कहा \' शुक्रिया फ्रांस,यात्रा के दौरान कदम काफी आगे बढे, शुक्रिया फ्रांस सरकार... फ्रांसीसी जनता... यह उत्साह हम दिलों मे संजों कर रखेंगे.\'फ्रांस उनकी यात्रा का पहला पड़ाव था. कनाडा के तीसरे पड़ाव के बाद वे 17 अप्रैल को स्वदेश लौट आयेंगे. वी एन आई