उफा,रूस,10 जुलाई (अनुपमा जैन, वीएनआई) पी एम मोदी ने रूस के उफा में अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से द्विपक्षीय बातचीत की. तकरीबन 55 मिनट तक चली यह बातचीत काफी सकारात्मक रही. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी दिखी. सूत्रों इस बातचीत में भारत ने आतंकवाद व मुंबई हमले (26/11) के मुद्दे उठाए. इस दोतरफा बातचीत की खास बात ये रही कि दोनों देश मुंबई के 26/11 हमलों के आरोपियों के वॉयस सैंपल साझा करने पर सहमति जताई, हाफिज सईद और लखवी पर भी बातचीत हुई.सके साथ ही दोनों नेताओं के बीच आर्थिक साङोदारी को लेकर भी बातचीत हुई. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मुलाकात के दौरान नवाज शरीफ ने पीएम नरेंद्र मोदी को सार्क सम्मेलन मे पाकिस्तान आने का न्यौता दिया है.
गौरतलब है कि ्वर्ष 2016 में सार्क सम्मेलन पाकिस्तान में होना है. इस न्यौते के तहत नरेंद्र मोदी अगले वर्ष पाकिस्तान जाएंगे. हालांकि, भारत की तरफ से इस दौरे की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
इस बैठक मे भारतीय शिष्टमंडल की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, विदेश सचिव एस जयशंकर शामिल थे जबकि पाकिस्तानी शिष्टमंडल में शरीफ के विदेश मामलों और राष्ट्रीय सुरक्षा के सलाहकार सरताज अजीज शामिल थे । इसके पश्चात विदेश सचिव एस. जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ्ने मोदी-नवाज की मुलाकात के बाद साझा बयान के ज़रिये कुछ घोषणायें की तथा बताया कि मोदी-नवाज के बीच क्या तय हुआ। बयान के अनुसार:
- नवाज शरीफ ने मोदी को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया। मोदी 2016 में सार्क समिट में हिस्सा लेने पाकिस्तान जाएंगे।
- दोनों देशों के नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर जल्द ही दिल्ली में मुलाकात करेंगे। इसमें आतंवाद से जुड़े सभी मुद्दों पर बात होगी।
- भारत और पाकिस्तान 15 दिन के अंदर अपनी-अपनी जेलों में बंद उन मछुआरों को रिहा करेंगे जो बॉर्डर इलाकों से पकड़े गए थे।
- हमारी बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी के बीच मीटिंग होगी।
- दोनों देशों के मिलिट्री ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल भी मुलाकात करेंगे।
- भारत-पाकिस्तान धार्मिक टूरिज्म को बढ़ावा देंगे।इस बातचीत के बाद दोनो देशों के विदेश सचिवों की बातचीत भी हुई
आशा की जा रही है कि इसके बाद बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में नई शुरुआत होगी. उम्मीद है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की मीटिंग के दौरान दोनों देशों के विदेश सचिव मिलेंगे.परंतु इन बैठकों का मुद्दा हुर्रियत से पाकिस्तानी नेताओं की मुलाकात नहीं होगा.
इससे पूर्व दोनों नेताओं ने रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा आयोजित रात्रिभोज में एक दूसरे से छोटी सी मुलाकात की. मोदी और शरीफ आज सुबह आधिकारिक रु प से मुलाकात करने वाले थे. उनकी मुलाकात एक ्वर्ष से अधिक समय बाद हो रही है और इस दौरान भारत के खिलाफ आतंकवाद को भड़का रहे तत्वों के प्रति इस्लामाबाद के रवैये को लेकर भारत-पाक के रिश्तों में उतार-चढाव देखे गये.
यह बातचीत शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन से अलग थी. मोदी और शरीफ की पहली मुलाकात पिछले साल मई में हुई थी जब पाकिस्तानी नेता भारतीय प्रधानमंत्नी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने दिल्ली पहुंचे थे.
गौरतलब है कि पिछली बार दोनों दक्षेस सम्मेलन के लिए नवंबर महीने में काठमांडो में थे लेकिन उस समय नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त द्वारा अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से मुलाकात को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव के चलते द्विपक्षीय मुलाकात नहीं हुई थी. पाकिस्तानी राजनियक की अलगाववादी नेताओं से मुलाकात के चलते भारत ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द कर दी थी.