मेलबोर्न, 22 फरवरी, (वीएनआई) वर्ल्डकप 2015 के 13 वे एकदिवसीय मुकाबले में आज पूल बी में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मेलबोर्न में खेले गए मुकाबले में भारत ने धवन के शतक 137 रन की बदौलत दक्षिण अफ्रीका को 130 रन से हराकर वर्ल्डकप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली जीत दर्ज़ करते हुए इतिहास रचा। शिखर धवन को शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया।
खेल जब शुरू हुआ तो वर्ल्डकप में भारत और दक्षिण अफ्रीका के मैच का रोमांच किसी युद्ध से काम नहीं लग रहा था, दर्शको के उत्साह के बीच दोनों ही टीमें पुरे जोश के साथ मैदान में उतरी, भारत जहाँ अभी तक वर्ल्डकप में दक्षिण अफ्रीका से कोई मैच नहीं जीता तो वंही दक्षिण अफ्रीका पर भी जीत का सिलसिला बरक़रार रखने का दवाब होगा। भारतीय बल्लेबाज़ों ने दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ो का सामना करते हुए शानदार 308 रन का शानदार लक्ष्य दिया। भारतीय गेंदबाज़ो ने भी दक्षिण अफ्रीका की मज़बूत बल्लेबाज़ी की धज्जियां उड़ाते हुए पूरी टीम को 177 रन पर समेट कर वर्ल्डकप की ऐतिहासिक जीत दर्ज़ की।
भारत के कप्तान धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया और भारत की शुरुवात थोड़ी धीमी रही, पहले पावरप्ले 10 ओवर तक भारत ने 36/1 रन बनाये। मैच के तीसरे ही ओवर में रोहित शर्मा रन चुराने के चक्कर में डिविलियर्स के सीधे थ्रो पर शून्य के स्कोर पर रनआउट होकर पवेलियन लौट गए थे। पावरप्ले के बाद धवन और विराट कोहली ने शतकीय साझेदारी निबाहते हुए टीम को मज़बूती देने की कोशिश की,लेकिन 127 रन की साझेदारी को इमरान ताहिर ने तोडा और विराट कोहली अर्धशतक बनाने से चूक गए और उनका 46 के योग पर डूप्लेसी ने शानदार कैच पकड़ा था। इसी दौरान शिखर धवन ने भी 70 गेंद में 8 चौके की मदद से अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था।
उसके बाद धवन और रहाणे ने शतकीय साझेदारी निभाते हुए भारत का स्कोर 250 के पार पहुंचा दिया था, इसी बीच धवन ने 122 गेंद में 14 चौके की मदद से अपना 7 वां शतक पूरा किया और रहाणे ने भी 40 गेंद में 7 चौके की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। धवन और रहाणे के बीच 125 रन की साझेदारी को पर्नेल ने तोड़ते हुए धवन को 137 रन पर पवेलियन भेज तीसरी सफलता दिला दी थी। मोर्केल ने भी रैना को 6 के योग पर आउट कर पवेलियन भेज दिया था। स्टेन भी रहाणे को बड़ी पारी खेलने से रोकते हुए 79 पर एलबीडबल्यू आउट कर भारत को बड़ा झटका दे दिया था। जडेजा भी 2 रन पर रनआउट होकर पवेलियन लौटे। अंत में धोनी के 18, आश्विन 5* और शमी के 4* रन की बदौलत भारत ने निर्धारित ओवर में 307/7 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 308 रन का लक्ष्य दिया। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मोर्केल ने 2/59, ताहिर ने 1/48, और स्टेन ने 1/55 विकेट लिया।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने भी धीमी शुरुवात करते हुए पहले पावरप्ले 10 ओवर तक 38/1 रन बना लिए थे, मैच के चौथे ही ओवर में शमी ने डी कॉक को 7 रन पर आउट कर पहली सफलता दिला दी थी। पावरप्ले के बाद मोहित ने आमला को 22 के योग पर आउट कर दूसरी सफलता दिला दी थी, डिविलियर्स और डुमिनी के बीच 68 रन की साझेदारी मोहित शर्मा के थ्रो परडिविलियर्स के 30 रन पर रन आउट होने के बाद टूट गई।
उसके बाद दक्षिण अफ्रीका के विकेट लगातार अंतराल पर गिरते रहे पहले मोहित शर्मा ने डूप्लेसी को 55 पर आउट किया और आश्विन ने डुमिनी को 6 रन पर आउट कर 150 रन के भीतर दक्षिण अफ्रीका की आधी टीम पवेलियन भेज अफ़्रीकी टीम को बड़ा झटका दे दिया था। मिलर भी रन चुराने के चक्कर में उमेश यादव के थ्रो पर 6 के योग पर रन आउट हो गए, फिर आश्विन ने फिलेंडर को शून्य पर एलबीडबल्यू आउट कर अफ़्रीकी टीम की जीत की उम्मीदों को लगभग समाप्त कर दिया था। अंत में स्टेन 1, मोर्केल 2 और इमरान ताहिर सिर्फ 8 रन का ही योगदान दे सके और पर्नेल के नाबाद 17 रन की बदौलत दक्षिण अफ्रीका की 40.2 ओवर में 177 रन बनाकर सिमट गई। भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 130 रन से हराकर वर्ल्डकप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली जीत दर्ज़ करते हुए इतिहास रचा। भारत की तरफ से आश्विन ने 3/45, शमी ने 2/30, और मोहित ने 2/31, विकेट लिया।