मुंबई, 19 जुलाई (वीएनआई)| भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि रवि शास्त्री के बतौर मुख्य कोच टीम के साथ जुड़ने के बाद वह किसी भी तरह के दवाब में नहीं होंगे।
रवि शास्त्री को हाल ही में अनिल कुंबले की जगह टीम का मुख्य कोच नियुक्त गया है। शास्त्री पहले से ही कोहली की पसंद माने जा रहे थे। कुंबले का कार्यकाल काफी अच्छा रहा था, लेकिन कप्तान से विवाद के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब जबकि शास्त्री और कोहली एक साथ आ गए हैं तो टीम के प्रदर्शन को सभी और बारीक नजर से दखेंगे। शास्त्री श्रीलंका दौरे से अपनी नई भूमिका में दिखेंगे।
कोहली ने श्रीलंका दौरे पर रवाना होने से पहले आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आज कहा कि वह मैदान के बाहर चल रहे ड्रामे से बेफिक्र हैं। कोहली ने कहा, मैं नहीं समझता की किसी तरह का अतिरिक्त दवाब होगा। जो होना है होकर रहेगा। आलोचन हमारे लिए नई नहीं है। मैदान के बाहर जो हो रहा है वह हमारे लिए मायने नहीं रखता। मैं किसी तरह का अतिरिक्त दवाब नहीं लूंगा। मैंने एक खिलाड़ी के तौर पर शुरू किया था और एक खिलाड़ी के तौर पर आप उस सीरीज पर ध्यान देंगे जो आपके सामने है। भारतीय कप्तान ने कहा, मेरे हाथ में सिर्फ बल्ला है। मैं सिर्फ उस चीज पर ध्यान दे सकता हूं जो मेरे हाथ में है और यह खेलना है। अफवाहें मेरे बस में नहीं हैं। मेरा काम मैदान पर अच्छा करना और टीम को अच्छा करवाना है।
कोहली ने शास्त्री के साथ अपनी साझेदारी को लेकर कहा, "हमने पहले भी एक साथ काम किया है इसलिए मुझे नहीं लगता कि एक-दूसरे को समझने में हमें परेशानी आएगी। शास्त्री ने टीम के साथ काम करने को लेकर कहा, "मैं वहीं से शुरू करूंगा जहां से खत्म किया था। भारतीय टीम, भारतीय टीम ही रहेगी, रवि शास्त्री और अनिल कुंबले आते-जाते रहेंगे। मैं अपने साथ किसी तरह का दबाव लेकर नहीं आया हूं। पिछले तीन वर्षो में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। अगर आज वह नंबर-1 टीम है तो खिलाड़ियों को इसका श्रेय जाता है। उन्होंने कहा, "एक खिलाड़ी के तौर पर जब आप मैच खेलते हैं तो आप चाहते हैं कि आपके दिमाग में कुछ और न हो। आप किसी तरह का भटकाव नहीं चाहते हो और यही अच्छा सपोर्ट स्टाफ चाहता है। मेरा काम भी यही है। मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी सिर्फ अपने काम के बारे में सोचें। शास्त्री ने एक बार फिर भरत अरुण के गेंदबाजी कोच चुनने का बचाव किया है। उन्होंने कहा, उनका ट्रैक रिकार्ड अच्छा है। वह 15 साल से कोचिंग में हैं। उन्होंने जूनियर टीम के साथ अच्छा काम किया है। वह इन खिलाड़ियों को मुझसे बेहतर जानते हैं। उन्होंने कहा, अगर भरत अरुण का नाम किसी और का होता तो आप उन्हें शीर्ष तीन में रखते। उनकी क्षमता हर किसी के सामने हैं।
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