नई दिल्ली, 06 जुलाई, (वीएनआई) फीफा विश्वकप में अर्जेंटीना के कोच महान फुटबॉलर माराडोना द्वारा कोलंबिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए मुकाबले के रैफरी मार्क ग्रेगर पर की टिप्पणी भारी पड़ती दिख रही है। मामले को तूल पकड़ता देख उन्होंने अपने बयान पर माफ़ी मांग ली है।
फीफा विश्वकप में आज से क्वार्टर फाइनल मुक़ाबलों की शुरुआत हो रही है। लेकिन इस विश्वकप के शुरू होने से पहले मेसी की टीम अर्जेंटीना और रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल को इस विश्वकप का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। हालाँकि इन दोनो ही टीमों का सफर बेहद निराशाजनक रहा और प्री क्वार्टर फाइनल में ही उनका सफर समाप्त हो गया। वहीं अर्जेंटीना के कोच महान फुटबॉलर माराडोना ने कोलंबिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए मुकाबले के रैफरी मार्क ग्रेगर पर टिप्पणी करते हुए उनपर इंग्लैंड का पक्ष लेने का आरोप लगाया था। उनके इस बयान को फीफा ने निराशाजनक बताते हुए कहा कि उन्हे इस महान फुटबॉलर से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी।
माराडोना ने अब अपने इस बेहद गैरजिम्मेदाराना बयान पर माफी मांगते हुए कहा कि उस दिन कोलंबिया के समर्थन में उत्साह में आ गया था, मैंने कुछ चीजें कहीं जिन्हें मैं स्वीकार करता हूं कि वे गलत थीं। मैं फीफा से और इसके अध्यक्ष से माफी मांगता हूं. अगर कभी-कभार मेरी राय रैफरियों से अलग होती हैं तो भी मैं उनके काम का सम्मान करता हूं।
गौरतलब है अपनी टीम अर्जेंटीना का सफर समाप्त हो जाने के बाद माराडोना इंग्लैंड और अर्जेंटीना के बीच हुए मुकाबले में इंग्लैंड और कोलंबिया के बीच हुए प्री क्वार्टर मैच में मारोडाना कोलंबिया का सपोर्ट कर रहे थे, उस मैच में उन्होंने कोलंबिया की जर्सी भी पहनी थी। वहीं इस महत्वपूर्ण मैच में अमेरिका के मार्क ग्रेगर रैफरी थे। इस दौरान कई अहम मौकों पर इस रैफरी ने कोलंबिया को फाउल देते हुए इंग्लैंड के पक्ष में फैसला दिया। इसी बात पर नाराज माराडोना ने फीफा तक पर सवाल उठा दिए थे कि इतने महत्वपूर्ण मैच में मार्क जैसे रैफरी को क्यों नियुक्त किया गया जबकि उनका पिछला रिकॉर्ड भी खराब है। उन्होंने ये भी कहा था कि इंग्लैंड मार्क के खराब फैसलों की वजह से ही जीता है।
No comments found. Be a first comment here!