दुबई, 22 दिसम्बर (वीएनआई)। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपने इलीट पैनल के अंपायर दक्षिण अफ्रीका के मराइस एरासमस को साल का सर्वश्रेष्ठ अंपायर को दिए जाने वाले डेविड शेफर्ड ट्रॉफी के लिए चुना गया। इसके अलावा, पाकिस्तान टेस्ट टीम के कप्तान मिस्बाह उल-हक को 'स्पिरिट ऑफ क्रिकेट' अवार्ड के लिए चुना गया।
आईसीसी के मैच रेफरियों के इलीट पैनल और टेस्ट क्रिकेट टीमों के कप्तानों ने मतदान कर एरासमस को साल का सर्वश्रेष्ठ अंपायर चुना। इस दौड़ में उनके साथ रिचर्ड इलिंगवर्थ, ब्रूस ओक्सेनफोर्ड और रिचर्ड केटलबरो शामिल थे। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को पाने वाले एरासमस पांचवें अंपायर हैं। इससे पहले साइमन टॉफेल (2004 से 2008), अलीम दार (2009-2011), कुमार धर्मसेना (2012) और रिचर्ड केटलबरो (2013-2015) ने अब तक यह पुरस्कार जीता है।
आईसीसी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में इस पुरस्कार पर अपनी प्रतिक्रिया में एरासमस ने कहा, डेविड कई उभरते अंपायरों के लिए एक मिसाल हैं और इस ट्रॉफी का नाम उनके नाम पर रखा जाना गर्व की बात है। मैं इसका हिस्सा बनकर बेहद खुशी महसूस कर रहा हूं। एरासमस ने कहा, "मैं मतदान करने वाले मैच रेफरियों और टेस्ट टीम के कप्तानों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। लेकिन सच्चाई यह है कि मैंने जिन टीमों के लिए अंपायर की भूमिका निभाई उनके समर्थन और प्रोत्साहन के बगैर यह संभव नहीं था।"
इसके अलावा, 'स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवार्ड' का पुरस्कार मिलने पर मिस्बाह ने कहा, "मैं इस पुरस्कार को पाकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह उपलब्धि एक संदेश है कि एक खिलाड़ी के लिए उम्र तब तक कोई समस्या नहीं होती, जब तक वह अपने अंदर खेल भावना को जिंदा रखता है। मिस्बाह इस पुरस्कार को पाने वाले पाकिस्तान के पहले खिलाड़ी हैं।