बेंगलुरू, 8 अप्रैल (वीएनआई)| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने अपने दूसरे मैच में शनिवार को दिल्ली डेयरडेविल्स को 15 रनों से हरा कर अपना खाता खोला।
चैलेंजर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 157 रन बनाए थे। दिल्ली की टीम पूरे ओवर खेलने के बाद नौ विकेट के नुकसान पर 142 रन ही बना सकी और अपना पहला मैच हार गई। दिल्ली के लिए युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत सर्वोच्च स्कोरर रहे। उन्होंने 36 गेंदों में चार छक्के और तीन चौके की मदद से 57 रनों की पारी खेली। दिल्ली के सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके। पूरी पारी में सिर्फ पंत ही दिल्ली की तरफ से संघर्ष कर सके। दूसरे छोर से उन्हें साथ नहीं मिला। बेंगलोर के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लेकर दिल्ली को हमेशा बैकफुट पर रखा। बेंगलोर के लिए इकबाल अब्दुल्ला, बिली स्टानलेक और पवन नेगी ने दो-दो विकेट लिए।
आसान से लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की आदित्य तारे (18) और सैम बिलिंग्स (25) की सलामी जोड़ी अच्छा खेल रही थी। दोनों बल्लेबाज किसी भी तरह की जल्दबाजी में नहीं थे, लेकिन यह जोड़ी जब अपनी रनों की गति बढ़ाती तभी टाइमल मिल्स ने एक खूबसूरत गेंद पर तारे को पवेलियन भेज दिया। दिल्ली का पहला विकेट 33 के कुल स्कोर पर गिरा। टीम के खाते में पांच रनी ही जुड़े थे कि करुण नायर बल्ले की जंग दूर नहीं कर पाए। स्टानलेक ने उनकी गिल्लियां बिखेरीं। बिलिंग्स को 55 के कुल स्कोर पर अब्दुल्ला ने स्टानलेक के हाथों लपकवाया। पंत और संजू सैमसन (13) ने टीम को संभालने की कोशिश की और चौथे विकेट के लिए 29 रन जोड़े। दिल्ली की इस जोड़ी से उम्मीदें बढ़ गई थीं, लेकिन स्टानलेक ने सैमसन को पवेलियन की राह दिखा उसकी उम्मीदों को बड़ा झटका दिया। दिल्ली को अब पंत के अलावा क्रिस मौरिस (4) और कार्लोस ब्राथवेट (1) से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन अब्दुल्ला ने मौरिस को पगबाधा आउट कर उन्हें लौटाया। कार्लोस ब्राथवेट युजवेंद्र चहल की गेंद को भांप नहीं पाए और बोल्ड हो गए। यहां से पंत अकेले लड़ते रहे, अंतिम ओवर में पवन नेगी ने पवेलियन भेजा। इसके साथ ही दिल्ली की लगभग हार तय हो गई थी।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चैलेंजर्स दिल्ली की कसी हुई गेंदबाजी के कारण 20 ओवरों में सात विकेट खोकर 157 रन ही बना सकी। चैलेंजर्स के लिए इस स्कोर में केदार जाधव (69) का योगदान अहम रहा। उन्होंने कठिन समय पर तूफानी पारी खेली और 37 गेंदों का सामना करते हुए पांच छक्कों के साथ इतने ही चौके लगाए। चैलेंजर्स की सलामी जोड़ी क्रिस गेल (6) और कप्तान शेन वाटसन (24) को दिल्ली के गेंदबाजों ने हाथ खोलने का भी मौका नहीं दिया। चैलेंजर्स ने 55 रनों पर ही अपने तीन विकेट खो दिए थे। गेल के अलावा मंदीप सिंह (12) और वाटसन पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद मैन ऑफ द मैच जाधव ने टीम को संभालने का बीड़ा उठाया और बिना दबाव के बड़े शॉट खेलते रहे। इस बीच स्टुअर्ट बिन्नी (18), जो जाधव को स्ट्राइक दे रहे थे, उन्हें दिल्ली के कप्तान जहीर खान ने पवेलियन पहुंचाया। बिन्नी के बाद आए विष्णु विनोद पांच गेंदों में नौ रन बनाकर आउट हो गए। जहीर ने इसी ओवर में जाधव की पारी समाप्त की। बड़ा शॉट खेलने गए जाधव गेंद को बल्ले पर ठीक से नहीं ले पाए और गेंद ऊंची उठी जिसे मौरिस ने लपका। जाधव 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर 142 कुल स्कोर पर आउट हुए।जाधव के जाने के बाद एक बार फिर दिल्ली के गेंदबाजों ने चैलेंजर्स को रनों के लिए तरसा दिया और टीम अंतिम तीन ओवरों में 15 रन ही बना सकी। दिल्ली के लिए मौरिस सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने अपने कोटे के चार ओवरों में सिर्फ 21 रन दिए और तीन विकेट लिए। नदीम ने चार ओवरों में 13 रन देकर एक विकेट लिया। जहीर को दो विकेट मिले।