मोहाली (पंजाब), 27 मार्च (वीएनआई)। आईसीसी टी-20 विश्व कप में भारत ने विश्व क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाज विराट कोहली (नाबाद 82, 51 गेंद, 9 चौके, 2 छक्के) की नायाब पारी की बदौलत भारत ने आस्ट्रेलिया को हराकर के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
भारतीय टीम ने आज पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए रोमांचक 'क्वार्टर फाइनल' मैच में आस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 161 रनों के लक्ष्य को 19.1 ओवरों में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया। कोहली ने कहा कि यह उनके करियर की तीन सबसे अच्छी पारियों में से एक है।
अब भारतीय टीम मुम्बई में 31 मार्च को वेस्टइंडीज से भिड़ेगी। कैरेबियाई टीम को रविवार को ही अपने अंतिम ग्रुप मैच में अफगानिस्तान के हाथों करारी और शर्मनाक हार मिली। भारत ने ग्रुप स्तर पर तीन जीत और एक हार के साथ सेमीफाइनल का टिकट कटाया है। उसके लिए यह मैच जीतना अनिवार्य था क्योंकि हार उसे खिताबी दौड़ से बाहर कर देती।
भारत ने 161 रनों के लक्ष्य का इसी उद्देश्य के साथ पीछा करना शुरू किया। उसकी शुरआत वैसी नहीं रही, जैसी आस्ट्रेलिया के लिए उस्मान ख्वाजा और एरॉन फिंच ने की थी। शिखर धवन (13) एक बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में 23 के कुल योग पर आउट हुए। इसके बाद 37 के कुल योग पर रोहित शर्मा (13) भी आउट हो गए। रोहित का स्थान लेने आए सुरेश रैना (10) कुछ खास नहीं कर सके और 49 के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। भारत मुश्किल में था।
इसके बाद युवराज सिंह (21) विकेट पर आए। युवराज ने कोहली का अच्छा साथ दिया। टखने में चोट के बाद भी युवराज विकेट पर टिके रहे और कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 45 रन जोड़ते हुए टीम को दौड़ में बनाए रखा। युवराज 94 के कुल योग पर आउट हुए। अब विकेट पर कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 18) थे। धौनी और कोहली ने हर प्रकार से आस्ट्रेलियाई टीम को दोयम साबित किया और 31 गेदों पर 67 रनों की साझेदारी के साथ उसे मुम्बई की ओर अग्रसर किया। धौनी ने 10 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धौनी ने जेम्स फॉल्कनर द्वारा फेंके गए 20वें ओवर की पहली गेंद र छक्के साथ भारत को जीत दिलाई। विजयी रन के बाद जहां पूरा कोहली सहित पीसीए स्टेडियम जबरदस्त जोश में था वहीं धौनी हमेशा की तरह एक विकेट लेकर पवेलियन की ओर अग्रसर हुए।
इससे पहले, आस्ट्रेलिया ने पांच विकेट पर 160 रन बनाए। आस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक योगदान एरॉन फिंच का रहा, जिन्होंने 43 रन बनाए जबकि ग्लैन मैक्सवेल ने 31 रन जोड़े। आस्ट्रेलिया के लिए उस्मान ख्वाजा (26) और फिंच ने तूफानी शुरुआत की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 10 से अधिक के औसत से 4.2 ओवरों में 54 रन जोड़े। इन दोनों ने जसप्रीत बुमराह के पहले ही ओवर में चार चौकों सहित 17 रन बटोरे। ख्वाज, आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे धौनी द्वारा लपके गए। ख्वाजा ने 16 गेंदों पर छह चौके लगाए। इसके बाद 72 के कुल योग पर भारत ने डेविड वार्नर को भी चलता कर दिया। वार्नर को रविचंद्रन अश्विन ने स्टम्प कराया। वार्नर छह रन बना सके। भारत ने दो रन बाद ही कप्तान स्टीव स्मिथ को भी पवेलियन की राह दिखाई। स्मिथ दो रन बना सके। उन्हें स्थानीय हीरो युवराज सिंह ने विकेट के पीछे धौनी के हाथों कैच कराया। स्मिथ हालांकि इस फैसले पर खुश नहीं दिखे।
इसके बाद फिंच ने मैक्सवेल के साथ तेजी से 26 रन जोड़े लेकिन हार्दिक पंड्या ने 100 के कुल योगप पर उन्हें शिखर धवन के हाथो कैच कराकर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। फिंच ने 34 गेंदों का सामना कर तीन चौके और दो छक्के लगाए। फिंच की विदाई के बाद मैक्सवेल ने शेन वॉटसन (नाबाद 18) के साथ पांचवें विकेट के लिए 21 गेदों पर 30 रन जोड़े। मैक्सवेल काफी खतरनाक दिख रहे थे। वह भारत को काफी नुकसान पहुंचा सकते थे लेकिन बुमराह ने अपने दूसरे स्पेल के पहले ही ओवर में उन्हें अउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। मैक्सवेल ने 28 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। जेम्स फॉल्कनर (10) अधिक देर तक वॉटसन का साथ नहीं दे सके और पंड्या की गेंद पर कैच कर लिए गए। उनका विकेट 145 रन के कुल योग पर गिरा। उनका स्थान लेने आए पीटर नेविल ने दो गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया। वह 10 रनों पर नाबाद लौटे। वॉटसन ने अपनी 16 गेदों की नाबाद पारी में दो चौके लगाए। भारत की ओर से पंड्या ने दो विकेट लिए जबकि युवराज, नेहरा, बुमराह और अश्विन को एक-एक सफलता मिली।