रियो डी जनेरियो, 16 अगस्त (वीएनआई)| 31वें ओलम्पिक खेलों में कल खेले गए 75 किलोग्राम वर्ग के क्वार्टर फाइनल में भारत के मुक्केबाज विकास कृष्ण यादव उजबेकिस्तान के बेकतेमीर मेलीकुजीव से हारकर बाहर हो गए हैं। हार के बाद विकास ने देशवासियों से माफी मांगी है।
इसके साथ रियो ओलम्पिक में मुक्केबाजी में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है। भारत के शिवा थापा और मनोज कुमार पहले ही हार चुके हैं। थापा तो पहले ही दौर में हारे थे जबकि मनोज को दूसरे दौर में हार मिली। विकास को सोमवार को 75 किलोग्राम वर्ग में 2015 में विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीत चुके उजबेकिस्तान के बेकतेमीर मेलीकुजीव ने 3-0 से हराया। मनोज यह मैच 27-30, 26-30, 26-30 से हारे। 24 साल के विकास ने हालांकि 20 साल के बेहद प्रतिभाशाली बेकतेमीर को कड़ी चुनौती दी लेकिन जज-बी की नजर में वह बेहतर मुक्केबाज साबित नहीं हुए। इस जज मार्सेला पाउला सोजा ने उन्हें दो बार 8-8 अंक दिए। विकास ने राउंड-1 में 9, 9, 9 अंक हासिल किए जबकि राउंड-2 में 9, 8, 8 अंक की प्राप्त हुए। तीसरे राउंड में फिर से विकास को 9, 9, 9 अंक मिले लेकिन उजबेक मुक्केबाज को तीन राउंड में तीनों जजों ने 10-10 दिए।
मुकाबले के बाद विकास ने कहा, मैंने सोचा था कि देश को 15 अगस्त के मौके पर पदक का तोहफा दूंगा लेकिन मैं ऐसा कर नहीं सका। मुक्केबाज महासंघ पर प्रतिबंध के कारण हम इस साल बाहर जाकर अभ्यास नहीं कर सके लेकिन इसके बावजूद मैं किसी और को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहा। मैं माफी चाहूंगा कि मैं जीत नहीं सका। विकास ने कहा कि पहले राउंड में उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया था लेकिन जजों ने उजबेक मुक्केबाज का साथ दिया, जिससे कि उन पर काफी नकारात्मक मानसिक असर पड़ा। बकौल विकास पहला राउंड के बाद मुझे लगा था कि यह राउंड मेरा होना चाहिए था। हमने लगभग एक समान स्कोर किया था लेकिन पहला राउंड उसे दे दिया गया। इसके बाद मैं अपने खेल में सुधार नहीं कर सका। इसके बावजूद मैं अपनी क्षमता तक लड़ा।