विशाखापत्तनम, 21 मई (वीएनआई)। इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 64) ने एक बार फिर साबित किया कि वह आज की तारीख में भारत के सबसे अच्छे फिनिशर है। धौनी ने किंग्स इलेवन के अक्षर पटेल द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में तीन छक्कों की मदद से 23 रन बनाकर पुणे सुपरजाएंट्स को रोमांचक जीत दिलाई।
डॉ. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में खेले गए लीग के 53वें मैच में पंजाब ने पुणे को 173 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे पुणे ने 20 ओवर में छह विकेट खोकर हासिल कर लिया। अंतिम ओवर में पुणे को जीत के लिए 23 रनों की जरूरत थी और धौनी ने तीन छक्के और एक चौका लगाकर हासिल कर लिया।
मजबूत लक्ष्य का पीछा करने उतरी पुणे को सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (19) और उस्मान ख्वाजा (30) ने सधी हुई शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 35 रनों की साझेदारी की। रहाणे को 35 के योग पर संदीप शर्मा ने पवेलियन भेजा। इसके बाद आए जॉर्ज बेले (9) कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए और 47 के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। बेले के आउट होने के बाद ख्वाजा और सौरभ तिवारी (17) ने तीसरे विकेट के लिए 31 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूती देने की कोशिश की। पुणे ने 86 रन पर अपने पांच बल्लेबाज गंवा दिए थे। इसके बाद धौनी ने तिसिरा परेरा (23) के साथ 58 रनों की साझेदारी की और टीम को जीत की ओर ले गए।
इस साझेदारी संदीप शर्मा ने तोड़ा। उन्होंने 19वें ओवर की पहली गेंद पर परेरा को पवेलियन भेजा। परेरा जब आउट हुए तो टीम को 11 गेंदों पर 29 रनों की जरूरत थी। इस ओवर में धौनी ने छह रन बटोरे। अंतिम ओवर में टीम को जीत के लिए 23 रनों की दरकार थी, जिसे धौनी ने अंतिम गेंद पर छक्का मार कर हासिल कर टीम को जीत दिलाई। पंजाब की ओर से गुरकीरत ने दो जबकि ऋषि धवन, अक्षर पटेल, मोहित शर्मा और संदीप शर्मा ने एक-एक विकेट लिए।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पंजाब ने 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए। मुरली विजय (59) और हाशिम अमला (30) ने पहले विकेट के लिए 60 रनों की साझेदारी की। पहला विकेट अमला के रूप में गिरा। मुरली ने 41 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के लगाए। अमला के पवेलियन लौटने के बाद कप्तान का साथ देने आए रिद्धिमान साहा कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए और तीन रन बनाकर ही आउट हो गए।
इसके बाद गुरकीरत सिह (51) और मुरली ने तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी की। गुरकीरत ने 30 गेंदों का सामना करते हुए तीन चौके और तीन छक्के जड़े। टीम को अपनी मंझी हुई पारी की बदौलत मजबूत शुरुआत देने के बाद मुरली का विकेट 123 रनों के कुल योग पर गिरा। चौथा विकेट गुरकीरत के रूप में गिरा, जिसके बाद टीम को संभलने का मौका नहीं मिला। पुणे के लिए रविचंद्रन अश्विन ने चार विकेट चटकाए जबकि अशोक डिंडा, तिसिरा परेरा और एडम जाम्पा ने एक-एक विकेट लिए।