देहरादून, 24 अप्रैल । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए 19 किलोमटर पैदल चलकर लोगो के साथ यात्रा की। राहुल गांधी के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, राज्यपाल के के पॉल, कांग्रेस महासचिव और राज्य प्रभारी अंबिका सोनी और राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और कुछ अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी थे।
इससे पहले आज सुबह 8:50 पर ही केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए, जिसके बाद मंदिर में दर्शन का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2013 में केदारनाथ को बाढ़ और भूसंख्लन से भयंकर त्रासदी का सामना करना पड़ा था, जिसमे हज़ारो श्रद्धालु मंदिर और इसके पास मची भरी तबाही में मारे गए और बेघर हो गए थे। इस भरी तभी से मंदिर को छोड़ सबकुछ तबाह हो गया था, जिसके बाद पुनः इसे बसाया गया और अब केदारनाथ के धाम फिर से दर्शन के लिए खोल दिए गए है।
राहुल गांधी ने यंहा आने के बारे में कहा की 2013 में हुई घटना के बाद यंहा पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आने में थोड़ी सी घबराहट है की कही फिर से वही घटना दुबारा ना हो जाये इसलिए मैंने सोचा कि मैं पैदल यात्रा करके खुद जाऊंगा, जिससे पर्यटकों में आत्मविश्वास बड़े और यंहा काम करने वाले मज़दूरों को फायदा हो और लोग बड़ी संख्या में यहाँ आये। राहुल गांधी ने आगे अपने बनरे में कहा कि मैं मंदिर में कुछ मांगता नहीं हूँ, पर जब मैं अंदर गया तो मुझे अग्नि जैसी शक्ति की अनुभूति हुई।
इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बीते गुरुवार उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचे थे, उनके साथ कांग्रेस महासचिव और राज्य प्रभारी अंबिका सोनी भी थी। उसके बाद हेलीकाप्टर से राहुल गौरीकुंड पहुंचे और लिंचोली में ठहरने के बाद उन्होंने आगे का सफर पूरा किया।