पटना, 1 जनवरी (वीएनआई)| चारा घोटाले के एक मामले में दोषी पाए जाने के बाद झारखंड के कारागार में बंद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आवास पर पहली जनवरी को सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि, राजद के कुछ कार्यकर्ता व नेता उनके आवास पर जरूर पहुंचे लेकिन ज्यादा चहल-पहल नहीं देखी गई।
बीते वर्षो में आमतौर पर नव वर्ष के अवसर पर पहली जनवरी को लालू के पटना स्थित आवास पर चहल-पहल रहती थी। राजद के सभी बड़े नेता समेत भारी तादाद में पार्टी कार्यकर्ता वहां पहुंचकर लालू प्रसाद को नए साल की शुभकामनाएं देते थे। लालू प्रसाद भी सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मिलकर उनको नव वर्ष की शुभकामनाएं देते थे। लेकिन, इस साल राजद प्रमुख के यहां नहीं होने के कारण वैसा नजारा नहीं दिखा। जो गिने-चुने नेता उनके आवास पर पहुंचे, उनमें सभी को अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली।
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी और उनके पुत्र व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने पत्रकारों से बातचीत कर प्रदेशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी। बातचीत के दौरान राबड़ी देवी ने कहा, "शुरू से ही साजिश के तहत लालू जी को चारा घोटाले में फंसाया जाता रहा है। इस बार भी साजिश के तहत ही उन्हें फंसाकर जेल भेजा गया है। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें तथा उनके परिवार के लोगों को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और उन्हें (लालू) को न्याय जरूर मिलेगा।
वहीं, तेजस्वी ने वर्ष 2017 में राजद के लिए खराब रहने के प्रश्न को सही नहीं माना। उन्होंने इस प्रश्न के उत्तर में कहा, "ऐसा नहीं है। 2017 में मुझे काफी कुछ सिखने को मिला। इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस वर्ष की चुनौतियों के बारे में तेजस्वी ने कहा, " झूठ बोलने वाली सरकार, पाखंड करने वाली सरकार, वादा पूरा नहीं करने वाली सरकार आज केंद्र और राज्य में हैं। ऐसी सरकार को हटाना है। उधर, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा, "लालू जी हमेशा उनके दिल में हैं। उनके आने पर ही नया साल मनाएंगे।" उल्लेखनीय है कि चारा घोटाला के एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा दोषी पाए जाने के बाद लालू रांची के बिरसा मुंडा कारागार में बंद हैं। इस मामले में अदालत तीन जनवरी को सजा सुनाएगी।
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