नई दिल्ली, 06 जून, (वीएनआई) लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत हासिल करने के बाद केंद्र में फिर से लौटी मोदी सरकार के लिए उसके सहयोगी दल लगातार मुश्किलें खड़ी करते हुए नजर आ रहे हैं। अब शिवसेना ने मोदी सरकार से डिप्टी स्पीकर की पोस्ट अपनी पार्टी को देने की मांग की है।
लोकसभा चुनाव में 18 सीटों पर जीत हासिल करके एनडीए के दूसरे सबसे बड़े सहयोगी दल के तौर पर उभरी शिवसेना ने ज्यादा मंत्री पद की मांग की है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी प्रेसिडेंट और यूनियन होम मिनिस्टर अमित शाह से एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल अपनी पार्टी के इकलौते सांसद को ज्यादा दमदार पोर्टफोलियो दिए जाने पर जोर दिया है। साथ ही उन्होंने लोकसभा में डिप्टी स्पीकर के पद की मांग की है। हालाँकि शिवसेना के मंत्री को हेवी इंडस्ट्रीज ऐंड पब्लिक एंटरप्राइजेज मिनिस्ट्री दी गई है, लेकिन शिवसेना इस मंत्रालय से खुश नहीं है। गौरतलब है इससे पहले केवल एक मंत्री पद मिलने से नाराज हुई एनडीए में सहयोगी जेडीयू ने ऐलान किया कि वो केंद्र की सरकार में शामिल नहीं होगी, लेकिन एनडीए का हिस्सा बनी रहेगी। जेडीयू के इस कदम को बिहार में आने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, लोकसभा में डिप्टी स्पीकर पद को लेकर ये हमारी डिमांड नहीं है, बल्कि ये हमारा स्वाभाविक दावा और हक है। ये पद शिवसेना को ही मिलना चाहिए। हमने सुना है कि इस पद को बीजू जनता दल को दिए जाने की चर्चा है, लेकिन वो तो ओडिशा में एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़े थे, फिर उन्हें ये पद क्यों दिया जा रहा है। भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाने में शामिल सहयोगी दलों को भी सम्मान मिलना जरूरी है। इसे देखते हुए कैबिनेट में सहयोगी दलों को उपयुक्त स्थान दिया जाना चाहिए। वहीं, अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर संजय राउत ने कहा, 'मेरा मानना है कि इस बार अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा क्योंकि अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो देश हम पर भरोसा करना बंद कर देगा। आज भाजपा के पास 303 सांसद हैं, शिवसेना के पास 18 सांसद हैं, एनडीए के पास 350 से ज्यादा सांसद हैं, मंदिर बनाने के लिए और क्या चाहिए?'
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