बहराइच, 17 जुलाई, (वीएनआई) उत्तरप्रदेश के बहराइच जिले से बीजेपी सांसद सावित्रीबाई फुले ने कहा कि मुगलसराय और इलाहाबाद का नाम बदलने से मुस्लिमों को ठेस पहुंच सकती है। साथ ही उन्होंने कहा राज्य सरकार का ये फैसला मुस्लिमों की भावनाओं को आहत कर सकता है।
राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी की योगी सरकार से असंतुष्ट चल रही बहराइच से भाजपा सांसद सावित्रीबाई फुले ने अपने बयानों से एक बार फिर भाजपा सरकार को परेशानी में डाल दिया है। गौरतलब है की मुगलसराय का नाम पं. दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर रखा गया गया है जबकि अगले साल कुम्भ से पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने की तैयारी की जा रही है। दलित उत्पीड़न के मामलों पर कई बार अपनी ही सरकार को घेरने वाली सावित्रीबाई फुले ने कहा कि मुस्लिम इस देश के बहुजन समाज का हिस्सा रहे हैं और लोकतंत्र में उनकी भी अन्य लोगों की तरह भागीदारी रही है।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी की आजमगढ़ रैली को लेकर उनसे सवाल किया गया जिसमें मोदी ने राहुल गांधी से पूछा था कि, क्या कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है? बीजेपी सांसद सावित्रीबाई फुले ने कहा कि पीएम मोदी हमेशा ही सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं। इसलिए धार्मिक आधार पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वो एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, इसलिए वो पहले इंसानियत की बात करेंगी। फुले ने कहा कि वो सरकार से मांग करती हैं कि नाम बदलने के आदेश पर फिर से विचार करें। सावित्रीबाई फुले ने कहा कि लखनऊ का नाम लखन पासी के नाम पर रखा गया था, लेकिन सुनने में आ रहा है कि अब इसका नाम 'लक्ष्मण' के नाम पर रखा जाएगा। ये केवल दलितों के महान नेताओं का अपमान करना है।
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