पोरबंदर, 24 नवंबर (वीएनआई)| कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पोरबंदर में मछुआरों की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रही है और उन्होंने भरोसा जताया कि कांग्रेस राज्य में अगली सरकार बनाएगी।
राज्य के दो दिवसीय दौरे के दौरान राहुल ने मछुआरा समुदाय के नेता भरत मोदी के साथ मंच साझा किया। वह हाल तक क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता थे। राहुल ने कहा कि कांग्रेस सरकार और कांग्रेस के मुख्यमंत्री का दरवाजा राज्य में सभी के लिए हमेशा खुला रहेगा। उन्होंने कहा, मोदीजी आपको 'मन की बात' सुनाते हैं। लेकिन कोई आपके 'मन की बात' नहीं सुनता। कांग्रेस दिसंबर में गुजरात चुनाव जीतेगी और आपकी जरूरत के हिसाब से काम करेगी। राहुल ने कहा, "अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आएगी तो, हम स्वतंत्र मत्स्य मंत्रालय बनाने पर विचार करेंगे। भाजपा सरकार मछुआरों को 300 करोड़ रुपये का अनुदान देने पर विचार नहीं कर रही है, लेकिन उसने बड़े व्यापारिक घरानों के एक लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि ये वही उद्योगपति हैं, जो मोदी सरकार के लिए मार्केटिंग कर रहे हैं। गांधी ने भरत मोदी को संबोधित करते हुए कहा, यह बहुत रोचक है। भाजपा का एक कार्यकर्ता कांग्रेस के मंच से आपकी आवाज उठा रहा है। प्रधानमंत्री आपके हैं, मुख्यमंत्री आपके हैं। अब आप यहां आए हैं और कांग्रेस गुजरात में जीतने वाली है। हम आपकी सुनेंगे। उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) और नोटबंदी पर निशाना साधा और बताया कि किस तरह से इसकी वजह से लोगों पर असर पड़ा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष शुक्रवार सुबह पोरबंदर पहुंचे और रैली संबोधित करने से पहले वह महात्मा गांधी की जन्मस्थली गए।
वहीं दूसरी ओर भाजपा ने राहुल पर महात्मा गांधी की मूर्ति हाथ से फिसलने पर निशाना साधा। यह मूर्ति पोरबंदर में उनके स्वागत के दौरान कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने भेंट की थी, जो लगभग उनके हाथ से फिसल गई थी। लेकिन उन्होंने किसी तरह उसे जमीन पर गिरने से बचा लिया। भाजपा ने इसे मुद्दा बनाने की कोशिश की, लेकिन गलती से उसने इस मूर्ति को सरदार पटेल की मूर्ति बता दी और कहा कि कांग्रेस सरदार पटेल को संभाल नहीं सकी। राहुल गांधी सरदार की मूर्ति को संभाल नहीं सके। जब रक्षामंत्री सीतारमण को यह बताया गया कि वह सरदार की नहीं, बल्कि महात्मा गांधी की मूर्ति थी तो उन्होंने कहा, आप सरदार या महात्मा की मूर्ति पकड़ नहीं सके। यह आपके हाथ से लगभग फिसल गई थी। यह मुझे कांग्रेस द्वारा सरदार पटेल के साथ किए गए व्यवहार की याद दिलाता है। सीतारमण ने राज्य में विपक्ष के रूप में पार्टी के रिकार्ड को उत्साहविहीन बताते हुए कहा, "लोगों ने कांग्रेस को अस्वीकार किया है, इसलिए पार्टी तीन-चार चुनावों से विपक्ष में है। वर्ष 2012 में उसके पास 182 विधायकों में से केवल 57 विधायक थे। कांग्रेस को ऐसे काम करने चाहिए कि ऐसा लगे कि वह दमदार प्रतिस्पर्धी के रूप में उभर रही है। लेकिन इसके बदले वे लोग इस बार 43 सीटों तक सिमट जाएंगे।"
No comments found. Be a first comment here!