नई दिल्ली, 18 जुलाई, (वीएनआई) संसद का मानसून सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। एक तरफ पूरा विपक्ष इस सत्र में सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरने की पूरी तैयारी कर रहा है। वहीं कांग्रेस और तमाम विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस देंगे।
आज हर किसी की नजर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन पर होगी कि क्या वह अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर करेंगी। इससे उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया था, जिसकी वजह से उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। भाजपा को पिछले कुछ समय में जिस तरह से कई उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा है, उसकी वजह से पार्टी की संसद में ताकत घटी है, लेकिन बावजूद इसके अभी भी उसके पास 273 सांसद हैं, लिहाजा अभी भी भाजपा सदन में बहुमत में है। सूत्रों के अनुसार भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अपने कई सांसदों को आगामी चुनाव में टिकट देने से इनकार कर सकती है, लिहाजा विपक्ष तमाम भाजपा सांसदों को अपनी ओर करके सरकार की मुश्किल बढ़ाने की तैयारी करेगी।
वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में सदन के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐलान किया है कि उनके पास 15 दलों का समर्थन है जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया है। आजाद ने कहा कि बैठक के दौरान सभी 12 दलों ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का समर्थन किया है, जबकि चार अन्य दलों के साथ विचार विमर्श किया जाएगा।
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