नई दिल्ली, 04 फरवरी, (वीएनआई) नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 71 दिनों से जारी किसानो के आंदोलन के बीच आज विपक्षी नेताओं का एक दल किसानों से मिलने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा। जिनको पुलिस ने बेरिकेड के पास ही रोक दिया।
गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंची शिरोमण अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि हम तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हैं। साथ ही संसद में ये मुद्दा उठाना चाहते हैं, लेकिन स्पीकर ऐसा करने नहीं दे रहे हैं। इस वजह से अब 8-10 पार्टियों के नेताओं को किसानों के बीच आना पड़ा, ताकी किसानों की हालत और मांग जान सकें। इसके बाद इसकी विस्तृत जानकारी वो सदन में देंगे। उन्होंने कहा कि जिनती सुरक्षा पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर की है, उतनी तो पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है।
गौरतलब है गणतंत्र दिवस हिंसा के बाद आंदोलन कमजोर होता दिख रहा था, लेकिन अब फिर इसमें तेजी आई है। एक ओर विपक्ष जहाँ संसद में किसानों का मुद्दा उठा रहा है, विपक्षी दल किसानों से मिलने की मांग पर अड़े हुए हैं। जबकि दूसरी ओर पुलिस ने भी विपक्षी नेताओं को बेरिकेड्स पार नहीं करने दिया। गौरतलब है सिंघु बॉर्डर को किसान आंदोलन का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता था, लेकन गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद अब सबका ध्यान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गया है। जिस वजह से पूरे इलाके में अभेद सुरक्षा की गई है। दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर में 14 लेन बंद कर 12 लेयर के बेरिकेड्स लगाए हैं। इसके अलावा उनके ऊपर कटीले तारों का जाल और सड़कों पर कील लगा दी गई है