नई दिल्ली, 01 फरवरी, (वीएनआई) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सदन में देश का आम बजट पेश करते हुए जम्मू कश्मीर पर लिखी एक कविता का जिक्र भी किया।
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कश्मीरी भाषा में इस कविता को पढ़ा था और फिर हिंदी में इसका अनुवाद पढ़कर सुनाया था। हिंदी में यह कविता कुछ इस तरह से थी, 'हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन।' गौरतलब है इस कविता का कश्मीर के लोकप्रिय कवि दीनानाथ कौल ने लिखा था। दीनानाथ कौल को देश के प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। वहीं यह इस दशक का पहला आम बजट है और सरकार के अलावा नागरिकों के लिए भी काफी खास है।
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