नई दिल्ली, 05 अगस्त, (वीएनआई) जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग करने और दोनों को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने के प्रावधान वाला जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक आज राज्यसभा से पास हो गया है।
जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पास होने के बाद जब सभापति ने राज्यसभा की कार्यवाही भंग कर दी तो मोदी अपनी सीट से उठ शाह की सीट पर पहुंचे। मोदी ने शाह को बधाई दी तो शाह ने हाथ जोड़ लिए। इस पर मोदी ने उनकी पीठ पर हाथ रख एक तरह से शाबाशी दी। वहीं इस बिल के पक्ष में 125 वोट और 61 विपक्ष में वोट पड़े हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाए जाने पर देश के राजनीतिक दल अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई दलों ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की है तो कुछ दलों ने इसे बेहतर कदम बताया है।
राज्य सभा में जम्मू कश्मीर आरक्षण बिल, पुनर्गठन प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा, मैं सदन के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि जम्मू कश्मीर में एक लंबे रक्तपात भरे युग का अंत धारा 370 हटने के बाद होने जा रहा है। घाटी के गांव आज भी गरीबी में जीने को मजूबर हैं। वहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं इसी 370 की वजह से नहीं मिल पाई। यह महिला विरोध, दलित विरोध और आतंकवाद की जड़ यही 370 है। शाह ने कहा, घाटी के व्यक्ति को आजादी के बाद क्या मिला, जमीन के दाम नहीं बढ़े, जिसके पास भूमि है उसका दाम नहीं बढ़ा क्योंकि वहां खरीदार नहीं, कोई वहां जमीन नहीं खरीद सकता है।
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