नई दिल्ली, 8 अगस्त (वीएनआई)| कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज रात मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर गुजरात में राज्यसभा चुनाव में अपने दो विधायकों के मतों को रद्द करने की मांग की।
पार्टी का कहना है कि इन विधायकों ने अपने मतपत्रों को नियमों के विपरीत कुछ भाजपा नेताओं को दिखाया। पार्टी ने आयोग से कहा है कि वह खुद के हरियाणा और राजस्थान में ऐसे ही मामलों में लिए गए फैसले के आधार पर इस मामले में भी इन मतों को रद्द करे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त से एक घंटे में ही कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की दूसरी मुलाकात के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम ने मीडिया से कहा कि इस बात के वीडियो सबूत मौजूद हैं, जिनसे पता चल रहा है कि इन दोनों विधायकों ने अपने मतों को उन्हें दिखाया जो इसके लिए अधिकृत नहीं थे। चिदंबरम ने राजस्थान और हरियाणा में इससे पहले हुए ऐसे ही मामले का हवाला भी दिया। उन्होंने कहा, "यह चुनाव नियमों का उल्लंघन है। 11 जून, 2016 को हरियाणा में कांग्रेस के एक विधायक का मत इसी आधार पर रद्द किया गया था कि इसे अनधिकृत लोगों को दिखाया गया था।"
चिदंबरम ने कहा कि गुजरात में इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि इन दो मतों को दो या तीन ऐसे लोगों को दिखाया गया, जो इन्हें देखने के लिए अधिकृत नहीं थे और ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि यह दिखाना था कि यह मत भाजपा को दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग से कहा है कि पूर्व में हुए हरियाणा मामले को नजीर बनाते हुए इन दोनों मतों को रद्द किया जाए।
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