भोपाल, 6 मार्च (वीएनआई)| मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सारे चुनाव एक साथ कराने को लेकर आमजन, राजनीतिक दलों और विभिन्न विचारधारा से जुड़े लोगों की राय जानने के लिए बनाई गई समिति का अध्यक्ष मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को बनाए जाने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस का कहना है कि जो व्यक्ति चुनाव आयोग द्वारा अयोग्य ठहराया जा चुका हो, उसे चुनाव सुधार समिति की कमान सौंपना हास्यास्पद है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अजब-गजब निर्णय लेने में माहिर हैं। उन्होंने चुनाव सुधार के लिए गठित समिति का अध्यक्ष उस व्यक्ति को बनाया है, जो स्वयं चुनाव आयोग द्वारा अयोग्य घोषित है।
अजय ने आगे कहा कि जिस व्यक्ति ने चुनाव आयोग के आदेश को मानने से ही इनकार कर दिया हो, वह चुनाव सुधार की क्या अनुशंसा करेगा। मुख्यमंत्री के इस कदम से पूरी समिति की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक राष्ट्र एक चुनाव के प्रति कितने गंभीर हैं, यह उनके द्वारा गठित समिति से ही पता चलता है। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को अध्यक्ष बनाकर मुख्यमंत्री ने बता दिया कि उनका यह कदम भी सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए है। अजय ने आगे कहा कि समिति के अध्यक्ष मंत्री मिश्रा पेड न्यूज के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अयोग्य घोषित किए जा चुके हैं। उनके मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय में फैसला पिछले 4-5 माह से सुरक्षित है।
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