नई दिल्ली, 15 मई, (वीएनआई) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा एमएसएमई क्षेत्र को लेकर दिए गए अलग-अलग बयानों को लेकर कांग्रेस ने आज हमला बोलते हुए कहा केंद्र सरकार को पहले अपने दो कैबिनेट मंत्रियों के विवाद को सुलझाना चाहिए।
पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ट नेता पी चिदंबरम ने आज ट्वीट कर लिखा, केंद्रीय मंत्री गडकरी का कहना है कि सरकारों और सार्वजनिक उपक्रमों के ऊपर एमएसएमई का 5 लाख करोड़ रुपये बकाया है। मंत्री सीतारमण का कहना है कि वह एमएसएमई (45 लाख की संख्या) को 3 लाख करोड़ रुपये का बिना जमानत ऋण देगी। तो, ऋणदाता कौन है और उधारकर्ता कौन है? आगे उन्होंने लिखा, 'क्या दोनों मंत्री पहले अपने खातों का निपटारा करेंगे और एमएसएमई सेक्टर को सरकार की मदद के बिना खुद को बचाने देंगे?'
गौरतलब है कि नितिन गडकरी ने कहा एम्एसएमई का पाँच लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा का बकाया है। जबकि, सीतारमण ने एमएसएमई के लिए 3 लाख करोड़ रुपये तक के ऋण पैकेज की घोषणा की है।
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