नई दिल्ली, 25 फरवरी, (वीएनआई) देश की राजधानी दिल्ली में भड़की हिंसा पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पी चिदंबरम ने कहा है कि आम लोगों को असंवेदनशील लोगों को सत्ता सौपने की कीमत चुकानी पड़ रही है।
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने आज कई ट्वीट कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, सरकार में ना तो संवेदनशीलता है और ना ही दूरदर्शिता। भारत में नागरिकता कानून 1955 लागू था और उसमें किसी संशोधन की जरूरत नहीं पड़ी थी तो कानून में अब संशोधन की जरूरत क्यों पड़ी? कांग्रेस ने सीएए को लेकर आगाह किया था कि ये विभाजनकारी कानून साबित होगा, ऐसे में इसे आप ना लेकर आएं। सरकार ने हम लोगों की बातों को अनसुना कर दिया। सरकार अब भी अगर जागे तो देर नहीं हुई है। उच्चतम न्यायालय का फैसला आने तक सीएए पर रोक लगाए और इसका विरोध कर रहे लोगों से बातचीत करे।
चिदंबरम ने आगे कहा, सोमवार को दिल्ली में जिस तरह से हिंसा हुई और जानमाल का नुकसान हुआ, उससे स्तब्ध हूं। किसी भी तरह की हिंसा की कड़ी निंदा होनी चाहिए। गौरतलब है नागरिकता कानून के खिलाफ और समर्थन में लोगों के आमने-सामने आने के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में रविवार से हिंसा जारी है। वहीं हिंसक घटनाओं में अब तक सात लोगों की जान चली गई है। जबकि हिंसा में जान गंवाने वाले सात लोगों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं। इस हिंसा में कम से कम 50 अन्य लोग घायल हुए हैं।
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