नई दिल्ली, 07 जनवरी, (वीएनआई) उत्तरप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच आधिकारिक गठबंधन पहले आज दोनों दलों ने अपनी एकजुटता की पहली झलक दिखला दी।
गौरतलब है उत्तरप्रदेश के अवैध खनन मामले में अफसरों और सपा-बसपा के नेताओं पर सीबीआई की छापेमारी के बाद बसपा अध्यक्ष मायावती सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बचाव में उतर आईं हैं। सपा सांसद रामगोपाल यादव और बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने इस मामले को लेकर आज संसद में संयुक्त तौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दोनों ने भाजपा समेत केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, अवैध खनने के मामले में जो पीआईएल दाखिल हुई है, उसमें कहीं अखिलेश यादव का नाम नहीं है, इसके बावजदू यूपी सरकार के एक मंत्री दिल्ली पहुंचकर और प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अखिलेश यादव का नाम ले रहे हैं। ऐसा लगता है कि बसपा और सपा के साथ आने की खबर सुनकर ही घबराई भाजपा ने सीबीआई यानी तोते से गठबंधन कर लिया है। सरकार सीबीआई के दम पर हमें डराना चाहती है लेकिन ये दांव उल्टा पड़ जाएगा। अवैध खनन के मामले से अखिलेश यादव का कोई लेना-देना नहीं है। आरोप अधिकारियों पर है लेकिन बीजेपी सपा-बसपा के नजदीक आने से डर गई है और हताशा में ये कदम उठा रही है।
वहीं बसपा के राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा ने भी भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, सपा और बसपा से भारतीय जनता पार्टी डर गई है। इस सरकार ने सीबीआई जैसी संस्था को बर्बाद कर दिया है। आज सीबीआई के दो टुकड़े हो चुके हैं। यूपी में भाजपा के शासन में अराजकता का माहौल है। अब अवैध खनन के मुद्दे और हाईकोर्ट का हवाला देकर केंद्र सरकार मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। भाजपा के बाकी साथी साथ छोड़कर जा रहे हैं इसलिए उन्होंने सीबीआई को अपना नया साथी बनाया है।
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