नई दिल्ली, 6 सितम्बर, (वीएनआई) भारतीय जनता पार्टी ने तेलंगाना विधानसभा के भंग किए जाने को लेकर कहा कि चुनाव में टीआरएस को खराब प्रदर्शन का था डर इसलिए भंग की विधानसभा।
गौरतलब है टीआरएस ने आज तेलंगाना विधानसभा को भंग कर दिया है, लेकिन इसके पीछे क्या वजह रही यह साफ नहीं हुआ है कि टीआरएस ने यह कदम क्यों उठाया। लेकिन दूसरी ओर भाजपा का मानना है कि टीआरएस ने यह फैसला जानबूझकर लिया है। क्योंकि अगर दोनों चुनावों को एक साथ कराया जाता तो टीआरएस को अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन न करने का डर था।
भाजपा प्रवक्ता और नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा है कि टीआरएस की सरकार को डर था कि अगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ आयोजित गया तो भारतीय जनता पार्टी का लाभ हो सकता है। और तेलंगाना राष्ट्र समिति के चुनावी प्रदर्शन को नुकसान पहुंचा सकता है। तभी टीआरएस को असेंबली को भंग करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि टीआरएस की ओर से विधानसभा भंग किए जाने के पीछे क्या मंशा है इसके लिए उनकी पार्टी के बयान का इंतजार है।
राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने आगे कहा कि टीआरएस के लोगों ने सोचा होगा कि वे अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन करने में सक्षम नहीं होंगे और नुकसान का सामना करेंगे। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा इसलिए विधानसभा चुनाव जल्दी कराना चाह रहे होंगे। हालांकि, आमतौर पर विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान वोटिंग पैटर्न में बदलाव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि हम वहां की राज्य सरकार से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उन्होंने सरकार को क्यों भंग कर दिया और टीआरएस लोगों को बताए कि उसने ऐसा क्यों किया। जहां तक बीजेपी का सवाल है, पार्टी किसी भी समय चुनाव का सामना करने के लिए तैयार है। टीआरएस का मानना है कि उसके लिए बीजेपी पार्टी एकमात्र चुनौती है क्योंकि कांग्रेस वहां पहले से विभाजित है।
No comments found. Be a first comment here!