नई दिल्ली, 11 दिसंबर, (वीएनआई) लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने के बाद आज राज्यसभा पेश होने बाद चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा नया इतिहास लिखने की कोशिश ना करे सरकार।
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा, आप जो विधेयक लाए हैं, वह भारतीय संविधान की नींव पर हमला है, यह भारत गणराज्य पर हमला है। इससे भारत की आत्मा आहत होती है। यह हमारे संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है। यह नैतिकता के आधार पर विफल है।आनंद शर्मा ने कहा है कि भारत ने कई बार दुनियाभर के लोगों को शरण दी है। जो पीड़ित यहां आया, उसे इज्जत दी गई लेकिन कभी शरणार्थी का धर्म देखकर उसकी मदद नहीं की गई। इस बार नागरिकता देने में धर्म देखा जा रहा है और इसीलिए ये बिल देश के संविधान के खिलाफ है। ये बिल देश के लोकतांत्रिक तानेबाने पर हमला है।
शर्मा ने आगे कहा, आपने बंटवारे का दोष कांग्रेस के उन नेताओं पर लगाया जिन्होंने सालों जेल में बिताए। हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ने बंटवारे का समर्थन किया। औपचारिक रूस से सावरकर ने घोषणा की थी कि जिन्ना के टू नेशन थिअरी से मुझे कोई आपत्ति नहीं है। कांग्रेस तो हमेशा उसके विरोध में थी। आप कहते हैं राजनीति नहीं होनी चाहिए तो यह राजनीति भी नहीं होनी चाहिए।
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