नई दिल्ली, 31 जुलाई, (वीएनआई) भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनआरसी का दूसरा ड्राफ्ट जारी होने को लेकर संसद में मचे हंगामे के बाद आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस वोट बैंक के लिए एनआरसी पर सवाल कर रही हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उन्हें संसद में बात नहीं रखनी दी इसलिए उन्होंने मीडिया के सामने बात रखी है। शाह ने कहा कि एनआरसी को लेकर राजीव गांधी ने 1985 में असम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन अब कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। शाह ने कहा कि एनआरसी को कांग्रेस ने लागू नहीं किया क्योंकि उन्हें वोटबैंक की राजनीति करनी थी लेकिन मोदी सरकार देश की सुरक्षा को अहम मानती है इसलिए इस पर अमल करने की हिम्मत दिखाई है। शाह ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी को इस पर अपना स्टैंड साफ करना चाहिए। शाह ने कहा कि भाजपा और बीजद के अलवा किसी भी पार्टी ने यह कहना उचित नहीं समझा है कि हमारे देश में घुसपैठियो का कोई स्थान नहीं है।
अमित शाह ने आगे कहा कि विपक्षी दल देश में भाजपा की छवि को धूमिल करने के प्रयास कर रहे हैं और उन्हें ये बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा का स्टैंड साफ है कि घुसपैठियों को देश में रहने का हक नहीं है, वो यहां के नागरिकों को हक मार रहे हैं लेकिन दूसरी पार्टियां इस पर साफ जवाब नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा, 'पिछले दो दिनों से देश में एनआरसी के उपर बहस चल रही है और यह कहा जा रहा है कि 40 लाख भारतीयों नागरिकों को अवैध घोषित कर दिया गया है जबकि वास्तविकता है कि प्राथमिक जांच होने के बाद जो भारतीय नहीं है उनके नाम एनआरसी से हटाए गए हैं।
No comments found. Be a first comment here!