आजमगढ़, 30 अगस्त (वीएनआई)। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज आजमगढ़ में कहा कि अब केंद्र में भाजपा की सरकार आने वाली नहीं है।
कारगिल शहीद राम यादव की प्रतिमा का अनावरण करने आए अखिलेश ने कहा, भाजपा कहती है कि हम भेदभाव करते हैं। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने गोरखपुर में क्या किया। गोरखपुर में सबसे अधिक हिंदू बच्चों की मौत हुई है। अखिलेश ने कहा, हमने भारतीय हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद के पुत्र को यश भारती सम्मान दिया और आपने उनकी पेंशन ही छीन ली। इसके साथ ही अखिलेश ने ध्यानचंद के नाम पर सैफई स्टेडियम का नाम रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई भी दी। योजनाओं में से समाजवादी हटाने व नाम बदलने के मसले पर योगी सरकार को अखिलेश ने निशाने पर लेते हुए कहा, "जो बोओगे वही काटोगे। गोरखपुर में हम यदि नाम बदलेंगे तो बुरा मत मानना।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, पहले कहा अच्छे दिन लाएंगे। अब न्यू इंडिया की बात कही जा रही है। न्यू इंडिया तभी बन सकता है जब हमारे किसान संपन्न होंगे। लोग सपना दिखा रहे हैं वो सच्चाई से कोसों दूर हैं, फिर भी लोग सपने पर क्यों भरोसा कर लेते हैं? सवालिया अंदाज में अखिलेश ने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए आखिर केंद्र सरकार ने तीन साल में क्या फैसला लिया। प्रदेश में किसान के लिए आखिर सरकार ने क्या फैसले लिए। उन्होंने कहा, पूर्वाचल एक्सप्रेस वे के लिए सरकार ने बजट में एक भी पैसा नहीं दिया। अब सरकार कह रही है कि हम नीति आयोग से पैसा लाएंगे। लेकिन, अब एक साल ही केंद्र में बचा है। एक्सप्रेसवे बनाना है तो एक बार में ही सरकार पूरा बजट लाए। अब केंद्र में भाजपा की सरकार आने वाली नहीं है।
अखिलेश ने कहा, भाजपा वालों ने प्रसाद देकर हमारे एमएलसी तोड़ दिए। भाजपा सरकार हमें भी बताए कि वह आखिर कौन सी मिठाई बांट रही है, जिससे बुक्कल नबाब जैसे हमारे एमएलसी भाजपा में चले गए। यदि भाजपा में दम था तो मैदान में सीधे चुनाव लड़ते, प्रसाद देकर एमएलसी को तोड़ना गलत है।उन्होंने कहा, भाजपा वाले झाड़ू बहुत अच्छा लगाते हैं, आजकल अधिकारी भी खूब झाड़ू लगा रहे हैं। हम आएंगे तो देखेंगे कितना झाड़ू लगाते हैं। अखिलेश ने कहा, हमें गर्व है फौजियों पर जो विपरित परिस्थितियों में भी सीमा को सुरक्षित रखते हैं। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, ओम प्रकाश सिंह, नीरज शेखर भी मौजूद थे।
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