नई दिल्ली, 20 जनवरी, (वीएनआई) बसपा प्रमुख मायावती पर भाजपा की मुगलसराय से विधायक साधना सिंह द्वारा विवादित टिप्पणी के बाद यूपी की सियासत गर्मा गई है। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
साधना सिंह की टिप्पणी को लेकर राजनीतिक दल बीजेपी की आलोचना कर रहे हैं। वहीं बसपा ने भी इस बयान की आलोचना की है। जबकि इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
बसपा नेता सतीशचंद्र मिश्रा ने कहा साधना सिंह का बयान बीजेपी के स्तर को प्रदर्शित करता है। सपा और बसपा के गठबंधन के बाद बीजेपी नेताओं को दिमागी संतुलन गड़बड़ा गया है और उन्हें आगरा या बरेली के मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती करा देना चाहिए। वहीं समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस बयान की आलोचना करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, मुगलसराय से भाजपा की महिला विधायक ने जिस तरह के आपत्तिजनक अपशब्द सुश्री मायावती जी के लिए प्रयोग किए हैं वे घोर निंदनीय हैं। ये भाजपा के नैतिक दिवालियापन और हताशा का प्रतीक है। ये देश की महिलाओं का भी अपमान है।
गौरतलब है साधना सिंह ने चंदौली में एक सभा में कहा था कि, हमको पूर्व मुख्यमंत्री न तो महिला लगती हैं और न ही पुरुष। इनको अपना सम्मान ही समझ में नहीं आता। जिस दिन महिला का चीरहरण होता है, उसका ब्लाउज फट जाए, पेटीकोट फट जाए, साड़ी फट जाए, वो महिला सत्ता के लिए आगे आती है तो वो कलंकित है। उसे महिला कहने में भी संकोच लगता है। वो किन्नर से भी ज्यादा बदतर है क्योंकि वो तो न नर है, न महिला है।
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