नई दि्ल्ली 04 मार्च (वीएनआई) निर्भया गैंगरेप कांड के दोषी का इंटरव्यू किए जाने के मामले पर बुधवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ, इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा मे 16 दिसंबर 2012 के दिल्ली गैंगरेप मामले पर बनाई गई डॉक्युमेंट्री फिल्म की तीखी आलोचना की, राजनाथ सिंह ने कहा कि चैनल को इंटरव्यू की इजाजत दिए जाने से उन्हें हैरानी हुई है और सरकार ने बीबीसी फोर पर डॉक्युमेंट्री के प्रसारण पर रोक लगा दी है।इस मसले पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा, \'\'इस प्रकार का इंटरव्यू शूट करने के लिए शर्त के साथ ही सही पर इजाजत क्यों दी गई, इस बात की सरकार जांच कराएगी और जरूरत पड़ी तो इस मामले में जवाबदेही भी तय की जाएगी। आगे जेलों में इस प्रकार के इंटरव्यू को लेकर सरकार मंजूरी की प्रक्रिया और शर्तों की समीक्षा करेगी, ताकि फिर ऐसा कोई मामला सामने नहीं आए।\'\'
उन्होंने कहा, \"मैं पूरे मामले की जांच करवाऊंगा. अगर साक्षात्कार करने की प्रक्रिया में संशोधन की आवश्यकता है तो वो भी किया जाएगा. इसमें ज़िम्मेदारी निर्धारित की जाएगी.\"
गौरतलब है कि एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता औऱ निर्देशक लेज्ली उडविन ने ये डॉक्युमेंट्री बनाई है जिसे बीबीसी 4 और भारत में एनडीटीवी पर आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिखाया जाना था.इस डॉक्युमेंट्री में जेल में बंद एक दोषी मुकेश सिंह ने कहा है कि अगर रात में महिलाएं निकलेंगी तो इस तरह की घटनाएं होंगी। बीबीसी की डॉक्युमेंट्री में मुकेश सिंह ने कहा, \"रेप के लिए आदमी से ज्यादा महिला जिम्मेदार होती है।\" इंटरव्यू में मुकेश ने दलील दी, \"आप एक हाथ से ताली नहीं बजा सकते, इसके लिए आपको दोनों हाथों की जरूरत होती है। एक सभ्य लड़की रात में नौ बजे घर के बाहर नहीं घूमेगी। उस हालत में एक लड़की रेप के लिए लड़के से कहीं ज्यादा जिम्मेदार होती है। लड़के और लड़की एक नहीं हो सकते। घर का काम और घर में रहना लड़कियों का काम है। वे रात में बार, डिस्को कैसे जा सकती हैं? भद्दे कपड़े पहन कर गलत काम करती हैं। केवल 20 प्रतिशत लड़कियां ही अच्छी होती हैं।\" 16 दिसंबर, 2012 को पैरा मेडिकल की छात्रा निर्भया अपने दोस्त के साथ फिल्म देख कर रात में अपने घर लौट रही थी। रास्ते में वह गैंगरेप की शिकार बनी। जिस बस में निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ, उसे घटना के वक्त मुकेश ही चला रहा था।दिल्ली बलात्कार मामले में आरोप मुकेश सिंह को अलादत दोषी क़रार दे चुकी हैफ़िल्म बनाने वालों ने गृह मंत्रालय से तिहाड़ जेल में बंद बलात्कार के दोषी का साक्षात्कार करने की अनुमति ली थी.
राज्यसभा मे फ़िल्म गीतकार और सांसद जावेद अख़्तर ने कहा, \"अच्छा हुआ है कि यह डॉक्युमेंट्री बनी है और इससे सच सामने आएगा. सरकार इस डॉक्युमेंट्री पर रोक लगाकर लोगों को सच जानने रोक रही है.\"
सांसद अनु आगा ने कहा, \"डॉक्युमेंट्री पर रोक लगाने की कोशिश ग़लत है और इस पर रोक लगाना समस्या का हल नहीं है.\"
जबकि जया बच्चन ने इस मामले पर कार्रवाई में देरी को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए.
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने डॉक्युमेंट्री को भारत की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाने की कोशिश बताया और कहा कि ऐसी डॉक्युमेंट्री को नहीं दिखाया जाना चाहिए.
गृहमंत्री के बयान के बाद राज्यसभा में हंगामा शुरू हो गया. सदन के सदस्य इस मुद्दे पर सरकार से सवाल करना चाह रहे थे.