पंचकूला/ नई दिल्ली 17 अक्टूबर( वीएनआई) भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता नायब सिंह सैनी ने आज दूसरी बार हरियाणा के मुखमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, सीएम योगी और बीजेपी शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम मौजूद रहें। इनके अलावा एनडीए से ललन सिंह, पवन कल्याण, चंदबाबू नायडू, चिराग पासवान भी मौजूद रहें। राज्य के पू्र्व गृह मंत्री तथा मुख्य मंत्री पद की दावेदारी जोर शोर से उठाने वाले अनिल विज सहित कुल १३ मंत्रियो ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली. इन में कॉग्रेस से चुनावों से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुई हरियाणा के कद्दावर नेता रहे चौधरी बंसी लाल की पोती श्रुती चौधरी और हरियाणा के नेता राव इंद्र जीत सिंह की पुत्री अदिति राव ने भी मं्त्री पद की शपथ ली. सैनी को वि धान सभा चुनाव से ठीक पहले नौ से अधिक वर्षों तक प्रदेश के मुख्य मंत्री रहे अनोहर लाल खट्टर को हटा कर सैनी को मुख्य मंत्री बनाया गया.
सीएम सैनी के बाद बीजेपी विधायक अनिल विज ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। वे प्रदेश में बीजेपी के सबसे वरिष्ठ विधायकों में से एक हैं। अनिल विज अंबाला कैंट से सातवीं बार विधायक बने हैं। वे 70 के दशक में संघ से जुड़े थे और पंजाबी बिरादरी से आते हैं। अनिल विज के बाद किशन लाल पंवार ने मंत्री पद की शपथ ली। वे इसराना विधानसभा सीट से छठी बार विधायक बने हैं। वे खट्टर सरकार के दौरान 2015 से 2019 तक कई विभागों के मंत्री रह चुके हैं।
ुउन के बाद राव नरबीर सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। वे चार बार के विधायक हैं और खट्टर सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। पांचवे नंबर पर जाट बिरादरी से आने वाले महिपाल ढांडा ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। महिपाल ढांडा लगातार तीसरी बार पानीपत ग्रामीण सीट से विधायक बने हैं।
फरीदाबाद सीट से विपुल गोयल ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। वैश्य समुदाय से आने वाले गोयल दूसरी बार के विधायक हैं। खट्टर सरकार में भी मंत्री रहे हैं। सातवें नंबर पर अरविंद शर्मा ने शपथ ली। सोनीपत की गोहाना सीट से विधायक बने हैं। 2014 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे। वे 4 बार सांसद भी रह चुके हैं। वहीं कैबिनेट में राजपूत चेहरे के तौर पर श्याम सिंह राणा ने शपथ ली। 2014 में वे बीजेपी के विधायक बने थे। 2020 में किसान बिल के विरोध में उन्होंने बीजेपी से त्याग पत्र दिया था। इससे पहले वे इनेलो में रह चुके हैं।
रणबीर गंगवा नरवाला सीट से विधायक हैं। वे विधानसभा में डिप्टी स्पीकर भी रह चुके हैं। 2014 में पहली बार नलवा सीट से विधायक बने थे। पिछड़े चेहरे केे तौर पर कैबिनेट में शामिल किए गए हैं। कृष्ण कुमार बेदी को बतौर दलित चेहरे के तौर पर बीजेपी में शामिल किया गया है। वे 2014 में पहली बार राज्य मंत्री बने थे। महिला चेहरे के तौर पर कैबिनेट में शामिल की कई आरती राव और श्रुति चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। बता दें कि दोनों पहली बार विधायक चुनी गईं हैं। श्रुति चौधरी दिग्गज नेता और पूर्व सीएम बंशीलाल की पौत्री हैं। श्रुति चौधरी 2009 से 2014 तक कांग्रेस के टिकट पर सांसद रह चुकी हैं।
इस बीच हरियाणा में नई सरकार के शपथ की रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। याचिका में 20 सीटों पर ईवीएम में गड़बड़ी का हवाला देकर फिर से चुनाव कराने की मांग की गई थी। याचिकाकर्ताओं की ओर से वकील नरेंद्र मिश्रा ने आज सीजेआई की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने मामला रखा और कोर्ट से सुनवाई की मांग की।
खबरों के अनु्सार इस पर सीजेआई ने कहा कि आप चाहते हैं कि हम चुनी हुई सरकार की शपथ रोक दे। आप हमारी नजर में है। हम आप जुर्माना भी लगा सकते हैं। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को चुनाव आयोग में शिकायत जमा कराने को कहा। इसके साथ ही कहा कि हम इसे लिस्ट करने पर विचार करेंगे। वी एन आई
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